नगर में आईपीएल सटोरिए के रसूख के आगे पूरा सिस्टम नतमस्तक, कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त
सक्ती। आईपीएल सट्टा अब पूरे शबाब में है, पूरा देश जहां वैश्विक महामारी कोविड 19 का दंश झेल रहा है।वही नगर का सटोरिया आपदा में अवसर ढूंढ खूब कमाई कर रहा है।
आईपीएल सट्टा का खेल वैसे तो काफी सालों से चल रहा है लेकिन वर्तमान परिवेश में यह और भी ज्यादा पावर पर संचालित हो रहा है। कांग्रेस 15 सालों से विपक्ष में थी फिर भी सटोरिए का आका का दम चल रहा था। लेकिन अब तो कांग्रेस सत्ता में बैठी है और इस स्थिति में नगर के प्रख्यात सटोरिए का पावर कितना होगा यह अंदाजा लगाया जा ही सकता है। सूत्रों की मानें तो सिर्फ काम चलाने के नाम से सक्ती से जांजगीर और बिलासपुर तक करीब एक खोखे में बात बनी है। जिस सट्टा को चलाने अगर एक लाख का सिर्फ एक विभाग को ही चढ़ावा चढ़ रहा है तो फिर यह कितने का होगा यह तो समझ में आता ही है। क्रिकेट लोगों की भावनाओं के साथ जुड़ा है और इसी भावना को अवसर के रूप में बदलकर नगर का सटोरिया करोडों का वारा न्यारा कर रहा हैं। एक सर्वे में बताया गया है कि आईपीएल सट्टा खेलने वालों में करीब हर साल 10 से 12 हजार लोग आत्महत्या करते हैं, जिनके बारे में सरकार कोई आंकड़ा ही जारी नहीं करती है। साथ ही आईपीएल सट्टे के कारण चोरी और लूट जैसे कई अपराध और होते है। मतलब साफ है कि कहीं ना कहीं आईपीएल सट्टे से अपराध में भी बढ़ोतरी होती ही है।
नगर के सटोरिए यानी अरुण सटोरिए पर शिकंजा कसने की बात प्रदेश के गृह मंत्री ने पुलिस महानिरीक्षक को भी कहा था, लेकिन मारवाही उपचुनाव अरुण सटोरिए के लिए वरदान साबित हो गया, वरदान इस लिए क्योंकि प्रदेश के सत्ता पक्ष और विपक्ष इन दिनों मारवाही उपचुनाव में व्यस्त हो गए हैं और सट्टा के इस अवैध कारोबार से नेता मंत्रियों व विपक्ष के नेताओं का ध्यान भटक गया है। सूत्रों की मानें तो यह भी कहा जा रहा है कि 15 साल के सत्ता भोगी भाजपा का हाथ तो अरुण सटोरिए पर था ही, और कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का हाथ भी शुरू से ही था और अब कांग्रेस के उसी कद्दावर नेता का आशीर्वाद प्राप्त अरुण सटोरिए को छूने की किसी मे हिम्मत भी नहीं है। नगर में चर्चा भी हो रही है कि अपने गाड़ियों में बड़े बड़े अक्षरों में अपने मीडिया संस्थानों के नाम चिपकाकर घूमने वालों को भी कुछ छींटे फेंक दिए गए है तो वह भी आंख बंद कर बैठे है। अरुण सटोरिए के रसूख के आगे अब तो पूरा सिस्टम नतमस्तक है।