पशुधन विकास विभाग के द्वारा रोकाछेका कार्यक्रम में पशुओं का किया जा रहा है उपचार….अब 151 गौठान में शिविर का किया गया आयोजन….किसानों को विभिन्न योजनाओं से किया जा रहा लाभांवित….
किसान रामेश्वर ने कहा कि गौठान योजना से किसान अपने फसल और पशुओं की चिंता से हो गए हैं मुक्त
जशपुरनगर 29 जून 2020/छत्तीसगढ़ सरकार की मंशानुरूप रोकाछेका कार्यक्रम का शुभांरभ किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत् विभिन्न विभागों के द्वारा जिले में 19 जून से 30 जून तक रोस्टर बनाकर रोका छेका कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है। रोकाछेका कार्यक्रम के तहत् पशुओं के रखरखाव एवं चारे पानी की व्यवस्था की जा रही है। कार्यक्रम के तहत् पशुधन विकास विभाग द्वारा जिले में 210 गौठानों में शिविर लगाकर पशुओं का उपचार एवं टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है। अब तक पशुचिकित्सा विभाग द्वारा 151 शिविर का आयोजित की जा चुकी है।
पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक श्री तंवर ने बताया कि जिले में निर्मित गौठान में ग्रामीणों के द्वारा अपने-अपने पशुओं को खुले में न छोड़कर सीधे गौठान में ही भेजा रहा है। जिससे किसानों के फसल भी सुरक्षित हो गए है। उन्होंने बताया कि विभाग के द्वारा शिविर माध्यम से गौठान में आने वाले पशुओं का टीकाकरण एवं आवश्यक उपचार एवं किसानों को विभाग के विभिन्न योजनाओं से लाभांवित भी किया जा रहा है। जिसके तहत् अब तक 1219 पशुओं को उपचार विभाग के द्वारा किया गया है। 11,810 टीकारण, 17 पैरा यूरिया का उपचार एवं 25 इकाई कुक्कट का वितरण भी की गई है।
जशपुर विकासखंड के ग्राम पोरतंेगा के किसान रामेश्वर सिंह ने बताया कि वह अपने खेतों में इस सीजन में धान की बोआई की है। उसने कहा कि पोरतेंगा में गौठान का निर्माण हो जाने से अब किसान पूरी तरह से निःसंकोच हो गए हैं। गौठान के नहीं होने से गांव के पशुओं को खुले में ही छोड़ दिया जाता था। जिससे उन्हें हमेशा अपने धान को बचाने की चिंता रहती थी। परंतु अब गौठान में ही सारे पशु चरते है और उनके देखभाल की भी चिंता नहीं रहती है। शासन के द्वारा उनके पशुओं के लिए चारे पानी का व्यवस्था तो किया ही जा रहा है साथ ही पशुविभाग के द्वारा पशुओं स्वास्थ्य एवं समय-समय पर उचित उपचार भी किया जा रहा हैं। किसान रामेश्वर ने बताया कि उसे पशु चिकित्सा विभाग के द्वारा पैरा यूरिया उपचार हेतु मलचिंग सीट प्रदान किया गया है।