पिता के पोस्टमार्टम के लिए बेटे को देने पड़े पैसे। जनता की कसौटी पर भी खरा नहीं सरकारी अस्पताल, एसडीएम के निरीक्षण का नहीं कोई असर
रायगढ़। जिला मुयालय से मात्र 6 किलोमीटर दूर जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड में स्क्रेप यार्ड में डीजल टैंकर की कटिंग करते समय अचानक डीज़ल टैंक फट जाने से 4 कर्मचारी झुलस गए थे। जिसमे दो कर्मचारी की आज तड़के इलाज के दौरान जिंदल फोर्टिस अस्पताल में मौत हो गई। वहीं अभी दो का उपचार जारी है।
जिन मजदूरों की मौत हुई है उनमें जगन्नाथ खलखो 35 वर्ष, कन्हैया लाल पोद्दार 50 वर्ष है। जिंदल उद्योग परिसर के स्क्रेन यार्ड में घडी यह घटना 10 जून की है और बुरी तरह घायल श्रमिकों को रायपुर रिफर करने के बजाए रायगढ़ के ओपी जिंदल फोर्टिस अस्पताल में ही रखा गया था। परिवार वालों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है जबकि घटना के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रबंधन के खिलाफ पुलिस ने कोई एफआईआर नही की है। डीजल टेंकर की वेल्डिंग करते समय तेज धमाके से चार श्रमिक उसकी चपेट में आ गए थे उसमें से दो की मौत आज होनें के बाद परिवार वालों ने जिंदल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि अगर समय पर इनका इलाज बड़े होस्पिटल में होता तो उनके रिश्तेदार बच सकते थे।
मृतक मजदूर के रिश्तेदार का कहना है कि घटना के बाद से लगातार उनके घायल रिश्तेदार से बात भी हो रही थी लेकिन आज सुबह अचानक उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। रिश्तेदार का कहना है कि अस्पताल में उसका इलाज सही ढंग से नही किया गया और जबकि घटना के दिन से ही उन्हें यह बताया गया था कि अछे इलाज के लिए रायपुर रिफर किया जा रहा है, पर यह गलत जानकारी दी गई थी। इस पूरे मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन दोनों मजदूरों की मौत ओपी जिंदल फोर्टिस में ही हुई है और इन्हें रायपुर नही रिफर किया गया था बल्कि जिंदल उद्योग के द्वारा इनका उपचार ओपी जिंदल के बर्न यूनिट में किया जा रहा था जहां उनकी आज सुबह मौत हो गई। उनका कहना है कि अब इस मामले में मर्ग कायम करके एफआईआर की जाएगी। चूंकि घटना के बाद रायगढ़ एसडीएम ने भी अपने स्तर पर मृत्यु पूर्व बयान दर्ज किए थे। साथ ही साथ उनके अन्य दो साथी मजदूरों के बयान दर्ज करके घटना के बारे में जानकारी ली थी। कोतरा रोड़ थाना प्रभारी युवराज तिवारी इस पूरे मामले में जांच में लगे हुए हैं। दोनों मजदूरों के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है और अब घटना के बाद जेएसपीएल स्क्रेप यार्ड में हुई घटना मामले में जो भी लापरवाही पाई जाएगी उसके संबंधित अधिकारी के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया जाएगा।
बहरहाल जिंदल उद्योग के भीतर स्क्रेप यार्ड में काम करते हुए चारों मजदूरों में से दो की मौत के बाद पुलिस भले ही जांच में लगी हो लेकिन 48 घंटे गुजर जाने के बाद भी एफआईआर तक नही हो पाना कई संदेहों को जन्म देता है।
जेएसपीएल प्रबंधन ने हादसे पर जताया दुख
स्र्कैप यार्ड में एक पुरानी बस के डीजल टैंक को काटने के दौरान हुए हादसे में दो ठेका कर्मियों के निधन पर जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड प्रबंधन ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। जेएसपीएल प्रबंधन ने दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि कंपनी में सुरक्षा के सर्वोच मानदंडों का पूरी तरह पालन किया जाता है। तथापि इस तरह की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हादसे के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस व औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग को सूचना दे दी गई थी और घायलों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई गई। इलाज के दौरान दो घायलों का निधन हो गया। इस दुख की घड़ी में कंपनी प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और विधिवत उनके समस्त देयकों का यथाशीघ्र भुगतान किया जा रहा है। हादसे के कारणों की जांच कराई जा रही है। उल्लेखनीय है कि बुधवार, 10 जून की दोपहर जेएसपीएल रायगढ़ संयंत्र के स्र्कैप यार्ड में एक पुरानी बस के डीजल टैंक को काटते समय हादसा हो गया था। वहां काम कर रहे चार ठेका कर्मी इसकी चपेट में आकर घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए फोर्टिस ओपी जिंदल अस्पताल ले जाया गया।