लेडी एसडीएम रुचि शर्मा ने गॉड ऑफ़ वॉर (तोपची) सेवानिवृत्त फौजी को डंडे से पीटा…
मैडम को सैनिक और सिपाही में फर्क ही नही दीखता
भूतपूर्व सैनिक संगठन ने मैडल वापस करने की दी धमकी…
बिलासपुर/मुंगेली/लोरमी—:कोरोना पेंड़ेमिक के चलते इस वक्त पूरा देश सकते में है पुरे देश के हर प्रदेश की प्रशासनिक मशिनरी कोरोना वारियर्स के रूप में काम कर रही है देश के प्रधानमंत्री ने इस संकट कि घड़ी देश के सभी जनता से सहयोग की अपील करते हुए घर में रहने का आग्रह किया है साथ ही साथ सभी बुजुर्गो का विशेष ध्यान देने की भी बात कही है.देश में पहली बार बॉर्डर पर युद्ध का माहौल इतना महत्वपूर्ण नही लग रहा जितना देश के अन्दर कोरोना से लड़ने पर माहौल गर्म है लेकिन इसका मतलब यह कदापि नही हो सकता की देश के लिए जान न्योछावर करने वाले वीर सैनिको का महत्व कम हो जाए आज नही तो कल कोरोना से जंग जीत लिया जाएगा किन्तु जो युद्ध सदियों से सैनिक देश के दुश्मनों से लड़ता चला आ रहा है वो कोरोना वारियर्स के सामने बौने हो जाएँगे क्या…?ऐसा ही कुछ घटनाए मुंगेली जिला प्रशासन में देखने को मिलता .यहाँ एसडीएम का डंडा चलाना आम बात हो गई है कुछ दिन पूर्व पथरिया एसडीएम ने भी लॉक डाउन के बहाने एक पत्रकार पर डंडा चला दिया और अब मुंगेली जिले के ही लोरमी की एसडीएम रुचि शर्मा पर होम आइसोलेशन में रह रहे एक रिटायर्ड सैनिक की पिटाई का आरोप लगा है.इससे पहले भी एसडीएम मैडम ने छुट्टी में घर आए एक सैनिक से भी दुर्व्यवहार किया था..मामला डिंडोल गांव का है.बताया जा रहा है कि सैनिक गोविंद राम साहू पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में पदस्थ थे.31 मार्च को रिटायर होने के बाद नासिक में एक महीने तक क्वारेंटाइन सेंटर में रहने के बाद वे अपने गांव डिंडोल पहुंचे.गांव पहुंचने के बाद उन्होंने इसकी सूचना लोरमी थाना और ग्राम सरपंच को दी. सरपंच रामनिवास राठौर जो की खुद रिटायर्ड फौजी है ने क्वारेंटाइन सेंटर में किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं होने की बात कहते हुए उन्हें घर में ही रहने कि सलाह दी और घर के सामने होम आइसोलेशन का स्टीकर चिपका दिया.पूर्व सैनिक पिछले 12 दिन से होम आइसोलेशन पर था.आरोप है कि लोरमी एसडीएम शनिवार को सरपंच की मौजूदगी में रिटायर्ड सैनिक के घर पहुंच गई और उसके घर से बाहर निकालते ही डंडे से पिटाई कर दी.आरोप यह भी है कि एसडीएम रुचि शर्मा ने पूर्व सैनिक को क्वारेंटाइन सेंटर ले जाते तक गंदे भद्दे शब्दों का उपयोग सरेआम करते ले गई.देश के लिए जान न्योछावर करने वाले सिपाही जिसके सामने हथियारबंद दुश्मन घुटने टेक देता है वो एक बार फिर देशहित में अपने साथ हो रहे अपमानजनक व्यवहार रूपी जहर पि कर शांत रहा और एसडीएम मैडम का जिल्लत बर्दाश्त करता रहा लेकिन जब क्वारेंटाइन सेंटर पर जहां न सोने की व्यवस्था और न ही खाने की सुविधा है पर व्यवस्था केलिए निवेदन किया गया तब भी उनके साथ गुंडों बदमाशो जैसा व्यवहार किया गया तब कही उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त की और इस मामले में पूर्व सैनिक ने एसडीएम के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग की है.
एसडीएम रुचि शर्मा ने पूर्व सैनिक के साथ किसी भी तरह की मारपीट की घटना से इंकार किया है. उनका कहना है कि पूर्व सैनिक गोविंद राम साहू नियम का पालन नहीं कर रहा था और कहा कि जिस तरह बाकि मजदुर बिना सिकायत के क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे है वैसा ही उनको भी रहना होगा क्योकि हमारे पास शासन से कोई विशेष व्यवस्था का निर्देश नही है
क्या कहती हैं सैनिक संगठन इस मामले में जिला सैनिक बोर्ड के अधिकारी ग्रुप कैप्टन संजय पांडे ने घटना की निंदा की है.भूतपूर्व सैनिक संगठन सिपाही के प्रदेश अध्यक्ष संतोष साहू ने एसडीएम के व्यवहार की कड़ी निंदा करते हुए कहा की यदि हमारे भूतपूर्व सैनिको का ऐसा अपमान होता रहा और प्रशासन कुछ नही करती है तो हम सब एक साथ सभी मैडल को प्रशासन को सौप देंगे जब मैडल मिलने के बाद हमारा कोई मान सम्मान नही तो ऐसा मैडल लेकर क्या करेंगे..?