छत्तीसगढ़

बलौदा में चुनावी रंजिश को लेकर हुआ जानलेवा हमला

तीन हमलावर में से एक को गिरफ्तार कर भेजा जेल

के पी पटेल की आपकी आवाज

बलौदाबाजार – गिधौरी थाना क्षेत्र के गांव बलौदा में चुनावी रंजिश को लेकर जानलेवा हमला का मामला प्रकाश में आया हैं। घायल ग्रामीण को गंभीर अवस्था में उचित उपचार के लिए बिलासपुर के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गिधौरी थाना क्षेत्र के गांव बलौदा के नावा तालाब में पानी कम था तो उसे सुखाकर मनरेगा के तहत तालाब में कार्य किया जाना था इसलिए रोजगार सहायक के मार्गदर्शन में तालाब के पानी को सुखाने के लिए ग्रामीण तैयार हुये और ग्रामीण विश्राम पटेल , रामनिवास पटेल, फुलसाय पटेल अपने – अपने घर से खाना खाकर तीनों मिलकर तालाब पहुँचे जहाँ पम्प चालू कर उसकी रखवाली कर रहे थे इस दौरान तालाब किनारे तीनों वही पर सो गये , 12 अप्रैल को रात्रि करीब 12-1 बजे तालाब तट में प्रकाश के लिए लगे बल्ब को तीन अज्ञात व्यक्ति जो अपने चेहरे को ढके हुये थे बल्ब को फोड़ते हुये अश्लील गाली गलौच करते हुये जान से मारने की धमकी देते हुये डंडा से फुलसाय पटेल के ऊपर प्राणघातक हमला किया गया।जिसकी आवाज सुनकर विश्राम पटेल जग गया तो इसे भी तीनों ने डंडे से हमला किये और उसी समय रामनिवास पटेल को भी मारने लगे। ग्रामीणों में यह कहा जा रहा हैं कि गंभीर रूप से घायल फुलसाय पटेल को मृत समझकर छोड़कर भाग गये होंगे। वही इस घटना की जानकारी गांव के अन्य नागरिकों को बताये जाने पर होने पर और घायल फुलसाय पटेल को ग्रामीणों की मदद से गंभीर अवस्था में ईलाज के लिए बिलासपुर हॉस्पिटल ले जाया गया जहाँ उपचार के दौरान होश आने के बाद परिजनों द्वारा हमलावरों को पहचानने की बात पर इशारे में हाँ कहा गया। 16 अप्रैल को पुलिस बिलासपुर हॉस्पिटल फुलसाय पटेल का बयान लेने पहुंचे थे जहाँ अपने बयान में फुलसाय पटेल ने पुलिस को बताया कि हमला करने वालों में से एक व्यक्ति पहचान लेने की बात बताते हुये पुलिस को नाम भी बताया गया और यह भी बताया गया कि घटना को चुनावी रंजिश को लेकर किया गया हैं।इस दौरान सिर में अधिक चोंट एवं सिर दर्द से चक्कर आ रहे थे इसलिए हमलावर में से एक नाम बताया था और बयान लेने गये पुलिस ने कहा था कि बाकी नाम बाद में स्वस्थ होने के बाद थाने में आकर बता सकते हैं।इस घटना के समय हमला करने वालों में तीन व्यक्ति थे लेकिन इस मामले के मुख्य आरोपी तक फुलसाय की बयान में बताये गये नाम से पुलिस मुख्य आरोपी तक पहुँच सकता हैं क्योंकि पुलिस के पास एक नाम सामने आ गया हैं , इसी से कड़ाई से पूछताछ कर मुख्य आरोपी तक पहुँचा जा सकता हैं किन्तु गिधौरी पुलिस पीड़ित ग्रामीण का बयान लेने के बावजूद आज दिनांक तक सिर्फ एक आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर जेल भेजा गया हैं और दो हमलावर के खिलाफ एफआईआर दर्ज नही किया गया हैं। जबकि पीड़ित के अनुसार घटना के समय उन दोनों भी शामिल थे।इस घटना को हुये लगभग 1 बन महीने होने जा रहा हैं और इस जानलेवा हमला को लेकर और दो हमलावर पर कार्यवाही नही किया जा रहा हैं ।
जिससे लोगों का पुलिस की कार्य से भरोसा टूट रहा हैं क्योंकि इतने बड़े घटना जिसमें जानलेवा हमला हुआ हैं उस पर पुलिस द्वारा लगभग 1 माह में दो और हमलावर पर एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही नही किया जाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।

वही पीड़ित ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि दो और हमलावर को थाना प्रभारी बचाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं यही वजह हैं कि तीन हमलावर में से सिर्फ एक हमलावर को गिरफ्तार कर जेल भेज कर दो हमलावर को बचाने के भरसक प्रयास में हैं। क्योंकि पूर्व में आरोपी का नाम सामने आने के बावजूद इस जानलेवा हमला में एफआईआर दर्ज नही किया जा रहा था। बल्कि पीड़ित को गिधौरी थाना प्रभारी द्वारा समझौता के लिए दबाव बनाया जा रहा था। इस प्रकार पीड़ित ग्रामीण फुलसाय पटेल का एफआईआर दर्ज नही किया जा रहा था । वही पीड़ित फुलसाय पटेल ने 4 मई को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुँचकर पुलिस अधीक्षक से नामजद लिखित शिकायत कर इस मामले पर कड़ी कार्यवाही की गुहार लगाई तब एफआईआर दर्ज किया गया और एक हमलावर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया लेकिन दो हमलावर का नाम एफआईआर में शामिल नही किया गया हैं। जिससे गिधौरी थाना प्रभारी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहे हैं।

ग्रामीणों के बीच दबी जुबान में इस घटना पर जिनका नाम मुख्य में चर्चा हो रही हैं वे पिता-पुत्र हैं हालांकि पीड़ित ने उनके पुत्र का नाम नही ले रहे हैं किंतु ग्रामीणों के बीच दबी जुबान में पिता-पुत्र का नाम चर्चा पर हैं।

वही इस जानलेवा हमला में पीड़ित फुलसाय पटेल काफी गंभीर था बेहोश हो गया था उसके सिर पर हमला किया गया था। पैर फैक्चर हो गया था , एक हाथ टूट गया था। मुँह का जबड़ा टूट गया जिसका ऑपरेशन हुआ हैं। सिर में हमला से फट गया था , सिर में 3-4 जगह डॉक्टर द्वारा सिलाई किया गया हैं। लहूलुहान हो गया था।

पीड़ित फुलसाय पटेल को पुलिस अधीक्षक से पूर्ण विश्वास हैं कि इस जानलेवा हमला पर न्याय मिलेगा। वही इस मामले पर कितने हमलावर थे और यह चुनावी रंजिश घटना को किसके द्वारा रचा गया हैं ये पुलिस की जाँच एवं कड़ाई से पूछताछ में पता चलेगा , जिसको जानने के लिए ग्रामीण इंतजार में हैं।

वर्शन -1
पीड़ित के बताए अनुसार एक आरोपी की पहचान हो पाई है जिसके विरुद्ध एफ अाई आर करके गिरफ्तारी किया गया है यदि अन्य दोनों आरोपी की पहचान होती है तो अवश्य कार्यवाही किया जाएगा।

ओ. पी. त्रिपाठी
थाना प्रभारी गिधौरी

वर्शन -2
उस रात हमारे ऊपर जो जानलेवा हमला हुआ था उसकी पूरी जानकारी थाना प्रभारी को दिए लेकिन कोई कारवाही नहीं किया गया तत्पश्चात पुलिस अधीक्षक को इसकी जानकारी लिखित में देने के बाद केवल एक आरोपी के खिलाफ कारवाही किया गया है अन्य दो आरोपी अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है, पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिए है अन्य दो आरोपी के खिलाफ भी जल्द कड़ी कार्यवाही किया जाएगा।

पीड़ित
फुल साय पटेल
ग्राम पंचायत बलौदा

आखिर इस जान लेवा हमले में कौन कौन शामिल थे?

यदि एक आरोपी गिरफ्त में है तो पूछताछ के दौरान अन्य दो आरोपियों की पहचान नहीं किया जाना या उसे पुलिस के गिरफ्त से बाहर रहना ये पुलिस पर सबसे बड़ा सवाल है।

अब देखते हैं इस घटना की जानकारी और इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर को किया गया है, एसपी द्वारा कार्यवाही करने का आश्वासन दिए हैं, अब अन्य दो आरोपियों को पुलिस कब तक गिरफ्तार करते हैं ये समय के गर्भ में हैं।

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