बीटगार्ड सस्पेंड, रेंजर व डिटी रेंजर को शोकाज नोटिस, गोमर्डा अभ्यारण्य में एक साथ दो वन्यप्राणियों के शिकार का मामला
रायगढ़। गोमर्डा अयारण्य में एक साहर व नीलगाय का शिकार हुआ और जंगल मे लाश करीब पांच दिनों से वहां पड़े पड़े सड़ गई। तब कहीं जा कर संबंधित बीटगार्ड से लेकर डिटी रेंजर व रेंजर को इसकी जानकारी हुई। नीलगाय व साहर की मौत की खबर से विभाग सकते में आ गया और तत्काल डीएफओ को मौके पर पहुंचना पड़ा। हालांकि इस मामले में कल एक शिकारी को पकड़ा गया ,पर विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही को देखते हुए आज डीएफओ मनोज पांडे ने संबंधित बीटगार्ड को सस्पेंड कर दिया और डिटी रेंजर व रेंजर को शोकाज नोटिस जारी कर स्पष्टिकरण मांगा गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक कल नीलगाय व साहर के शिकार मामले को लेकर एक आरोपी को पकड़ा गया। इस दौरान विभागीय प्रारंभिक जांच में यह भी पाया गया की बीटगार्ड की लापरवाही के कारण शिकार हुआ है और एक साथ दो वन्यप्राणियों की मौत हुई है। ऐसे में डीएफओ मनोज पांडे ने मामले को काफी गंभीरता से लेते हुए बीटगार्ड कुलदीप बरगा को सस्पेंड कर दिया गया है और डिटी रेंजर जितेंद्र सिंह ठाकुर व रेंजर यशमोहन नायक को शोकाज नोटिस जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि गोमर्डा अयारण्य के सारंगढ़ सर्किल में कई ऐसे वनकर्मी हैं जो स्थानीय होने के साथ साथ लंबे समय से पदस्थ हैं और उनके द्वारा नियमित रूप से जंगल का गस्त नही किया जाता है इस कारण गोमर्डा अयारण्य में लगातार शिकारी सक्रिय हैं।
क्या था मामला
गोमर्डा अयारण्य के सारंगढ़ सर्किल के बटाउपाली बीट के कक्ष क्रमांक 932 पीएफ में किसी वन्यप्राणियों के सड़ांध की बू दूर तक जा रही थी। जब इसकी जानकारी वन अमला को लगी, तो उसकी जांच की गई, तब पता चला कि एक साहर व एक नीलगाय का आधा अवशेष पड़ा हुआ है और प्रारंभिक जांच में यह बात स्पष्ट हुआ कि करंट से नीलगाय व साहर का शिकार किया गया है। जहां विभाग के द्वारा मामले में जांच शुरू किया गया और बिलासपुर से डॉग स्क्वायड को बुलाया गया। इसके बाद घटना स्थल से जांच शुरू की गई, तो डॉग सूंघते हुए कांदुरपाली में रहने वाला त्रिलोचन उर्फ पप्पू के घर घुस गया। इसके बाद यहां जांच करने पर करंट के लिए बिछाए गए तार जब्त करते हुए उसे गिरतार किया गया।