रायगढ़ जिला पँचायत सदस्यदेवेंद्र प्रताप अपनी राजनीतिक वजूद बनाने के लिए दे रहे जमीन के अवैध सौदागरों का साथ।
लैलूँगा। इन दिनों जहाँ सारा देश लॉक डाउन में कोरोना वायरस के भय से सहमा हुआ है वही लैलूँगा विधानसभा में अपनी राजनैतिक जमी बनाने के लिए रायगढ के कुमार देवेंद्र प्रताप सिंह भरकस प्रयास कर रहे है,उनके पुत्र भी उनकी राजनीति जमी बनाने के लिए भरपूर सहयोग कर रहे है लैलूँगा विधानसभा के बरलिया गांव में अभी फारेस्ट विभाग द्वारा अवैध कब्जा करने वाले के ऊपर कार्यवाही हुवी है,कहा जता है कि वह देवेंद्र प्रताप सिंह का काफी करीबी है और आदतन ही सरकारी जंगलों में कब्जा करता आ रहा है यह बात सामने देवेंद्र प्रताप के पुत्र द्वारा भेजी गई वीडियो से समझ मे आता है उसमें पूर्व सरपँच द्वारा स्प्ष्ट रूप से कहा जा रहा है कि आदिवासियों को पूरा अधिकार है उन्हें पहले भी पट्टा दिया गया है और अभी वर्तमान में भी दिया गया है,अभी उनका प्रधानमंत्री आवास भी पास है गाँव मे उनका बहुत बड़ा मकान है जो उनकी बुजुर्ग माता जी के नाम से है ,फिर फारेस्ट की जमी पर अवैध कब्जा करने के पीछे की मंशा यह है कि वहाँ फारेस्ट द्वारा कोई कार्य प्रस्तावित है जो की जनहितैसी है उस जमी को अभी हाल में ही कब्जा किया गया है लॉक डाउन के दौरान मगर जैसे ही वन विभाग को इस बारे में पता चला उन्होंने उच्चाधिकारियों के आदेश से तुरंत ही अवैध कब्जा को हटवाया तो ,यहाँ यह बताना लाजमी होगा कि यह वनविभाग की प्रस्तावित जमी के बीचों बीच कब्जा किया जा रहा था,इसमें यह तो तय है कि इस कब्जा को बहुत ही अनुभवी लोगो से मार्गदर्शन करके ही किया जा रहा था निश्चित ही इसके पीछे बड़े बड़े जमी के कारोबारियों के हाथ होना लाजमी है और इस तरह के अवैधानिक कार्यो को करने के लिए मास्टरमाइंड ने एक आदिवासी का सहारा ले कर एक सफेद पोश को भी साथ मे मिला लिया है, इस तरह से जिला पँचायत सदस्य कुमार देवेंद्र प्रताप सिंह अपना राजनैतिक वजूद तो नही बना पाएंगे हा चंद अवैध कारोबारियों का साथ दे कर अपनी राजनैतिक लुटिया हमेशा हमेशा के लिए डूबा देंगे।