बरौद कालरी। सोशल फोरम अॉन ह्यूमन राईट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष खेम सिंह चौहान राष्ट्रीय महासचिव वाहिद सिद्दीकी के नेतृत्व में आज संध्या अपराधिक कानून के तहत विषयांतर्गत हरिकृष्ण पासवान विधि महाविद्यालय छत्तीसगढ़ कोरबा के प्राचार्य द्वारा भारतीय संविधान में उसके मूलभूत अधिकारों को शामिल किया गया चाहे वह कैदी हो अपराधी हो या और भी कोई व्यक्ति जिसे कानून की सही जानकारी नहीं है ह्यूमन राइट्स मिलना चाहिए ताकि जिसका अपने अधिकारों को आम व्यक्ति भी समझ सके और जहां गलत हो उसका प्रतिकार भी कर सके उक्त परिप्रेक्ष्य में एच.के. पासवान और राजकुमार द्वारा वर्चुअल सेमिनार में जुड़े राष्ट्रीय पदाधिकारियों को तमाम स्तरों की दंड संहिता की प्रक्रिया प्राथमिक रिपोर्ट व गिरफ्तारी की प्रक्रिया मौलिक अधिकारों की जानकारी सहित सिलसिलेवार सामान्य प्रक्रिया से अवगत कराया गया ताकि सोशल फोरम से जुड़े मानव अधिकार के कार्यकर्ताओं को अपने कर्तव्य के साथ कानूनी जानकारी हो ताकि पीड़ितों को न्याय दिलवाने का कार्य कर सकें उक्त अवसर पर प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया जिसमें आठ राज्यों के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने प्रश्न किया जिसका पासवान ने बखूबी प्रतिउत्तर भी दिया
सोशल फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष के•एस•चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारे राज्यों व राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों को दंड संहिता व इससे संबंधित कानूनों की पर्याप्त जानकारी के परिप्रेक्ष्य में यह सेमिनार आयोजित की गई थी ताकि पीड़ितों को हम सही मायने में न्याय दिला सके उक्त अवसर पर फोरम के उपाध्यक्ष व वरिष्ठ जे.व्ही. सिसोदिया,धर्मेंद्र शुक्ला,प्रदीप एस. पाल, सुधीर कुमार,वाहिद सिद्दीकी,राजकुमार चौहान गनपत चौहान,सफदर अली सिद्दीकी,सुशील शर्मा,डॉ.के.एल. पटेल, कुमार धनंजय,डॉ. सत्यवाणी सहित आधा सैकड़ा पदाधिकारियों ने भाग लिया उक्त अवसर पर राजस्थान के गणेश शर्मा ने लोकेंद्र शेखावत और सुनील शर्मा को क्रमशः अतिरिक्त महासचिव व कोषाध्यक्ष के पद पर राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति से मनोनीत किया तनवीर अहमद ने आने वाले दिनों में बाल श्रम व महिलाओं से संबंधित कानूनी वर्चुअल सेमिनार की आवश्यकता पर बल दिया !