छत्तीसगढ़

28 से 31 दिसंबर तक चलेगा स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान

4020 मितानिन घर-घर करेंगी सर्वे

संक्रमण की कड़ी को तोड़ना कार्यक्रम का लक्ष्य

रायगढ़ 28 अक्टूबर 2020। डोर-टू डोर-सघन जाँच सप्ताह के बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत जिले में समस्त ग्रामीण एवं शहरी 4020 मितानिनों को स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान सर्वे का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। आज 28 अक्टूबर से जिले की सभी मीता निन अपने-अपने गांव-पारे में घर-घर सर्वे कर कोरोना के लक्षणात्मक मरीजों की पहचान कर उन्हें संबंधित पीएचसी-सीएचसी में जाँच कराने के लिए रेफर करेंगी। 31 दिसंबर तक चलने वाले इस अभियान में सप्ताह के प्रत्येक बुधवार एवं गुरूवार को मितानिन घर-घर जाकर सर्वे करेंगी। जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं स्क्रीनिंग सेंटर में कोरोना जांच की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई है।

घर पर डॉक्टर न बनें
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना के कई लक्षणों वाले मरीजों ने समय रहते अस्पताल का रूख नहीं किया और वह घर पर ही अपना खुद से इलाज करने लगे और जब हालत बिगड़ी तो अस्पताल आए लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। इस कारण किसी भी व्यक्ति को इसके लक्षण दिखे जिसमें बुखार, सर्दी, खांसी, सांस लेने में परेशानी, सूंघने अथवा स्वाद की शक्ति में कमी होना, दस्त तथा उल्टी और शरीर में दर्द होना शामिल है वो तुरंत चिकित्सीय परामर्श लें या फिर अपनी जांच कराएं।
स्वास्थ्य सुरक्षा सर्वे के दौरान मितानिन सभी लोगों को मास्क का उपयोग, दूरी बनाकर रखना, बार-बार हाथ धोने की उपयोगिता को बता रही हैं।

सामान्य फ्लू न समझें
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि सर्वे के दौरान किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार का लक्षण दिखे तो मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता को जरूर बतायें ताकि समय में जाँच और इलाज हो सके।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक भावना महलवार बताती है कि कोरोना का संक्रमण अभी टला नहीं है लोगों ने इसका संक्रमण अभी भी जारी है| समय के साथ लोग टेस्ट कराने से बच रहे हैं इस कारण यह स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है ताकि हम कोरोना के उन मरीजों की पहचान कर सकें जो लक्षण होने के बाद भी जांच नहीं करा रहे। त्यौहारी सीजन और ठंड के कारण सामान्य फ्लू तो होते ही है, लेकिन कोरोना के प्रारंभिक लक्षण भी सामान्य फ्लू की तरह ही होते हैं। स्वास्थ्य सुरक्षा कार्यक्रम के दौरान हमें ऐसे ही लोगों की पहचान करनी है।

संक्रमण की कड़ी को तोड़ना है : सीएमएचओ डॉ. केसरी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी बताते हैं राज्य स्तरीय सघन जांच अभियान का जिले में अच्छा प्रतिसाद मिला। इस दौरान पूरे राज्य में सबसे अधिक 16,000 टेस्ट जिले में हुए जिसके अच्छा परिणाम यह देखने को मिल रहा है कि एक समय कोरोना का आंकड़ा कुछ दिनों तक 300 के पार जा रहा रहा था उस पर अंकुश लगा। अभी भी स्थिति बेहतर नहीं हुई है हर दिन 200 के पार पॉजिटिव मरीज आ रहे हैं इसलिए 31 दिसंबर तक स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान चलाने का निर्णय लिया है। कोरोना संक्रमण की कड़ी तोड़ने में यह कार्यक्रम मददगार साबित होगा।

इन वचनों का पालन कर कोरोना संक्रमण की करें रोकथाम
सतर्कता कोरोना से बचाव का बेहतर उपाय है। इसके लिए विशेष सावधानी एवं सतर्कता जरुरी है जैसे- मास्क लगाने व 2 गज की शारीरिक दूरी बनाए रखें, सार्वजनिक स्थल हो, किसी ऑफिस के कमरे में अन्य व्यक्तियों के साथ हों या फिर सर्दी, जुकाम हो तो बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर लगाएं, छींकते या खांसने समय रूमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें, बहुत अधिक इस्तेमाल होने वाली सतहों दरवाजे के हैंडल, या ऐसी जगहों का नियमित सफाई जरूरी है, सार्वजनिक या खुले स्थानों पर नहीं थूकें, ऐसा करना दंडनीय अपराध है, बहुत जरूरी हो तभी यात्रा करें, कोवि़ड- 19 संक्रमित या उसके परिवार वालों से भेदभाव नहीं करें सहानुभूति से पेश आएं, अपने स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग करने के लिए आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल करें, कोविड-19 को लेकर होने वाली चिंताएं या मानसिक दबाव के लिए 08046110007 फ्री हेल्पलाइन नंबर पर बात कर मनोचिकित्सक से सलाह आवश्यक लें।

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