शिलान्यास कार्यक्रम में स्थानीय सांसद की उपेक्षा भाजपा नेता ने जताई आपत्ति
रायगढ़। कोतरारोड ओव्हर ब्रिज के शिलान्यास कार्यक्रम में सरकारी प्रोटाकाल को नजरअंदाज कर सांसद गोमती साय को प्रशासन द्वारा आमंत्रित न किये जाने पर भाजपा नेता आलोक सिंह ने गहरी आपत्ति जताते हुए इसे महिला जनप्रतिनिधि और दो जिलों की जनता का अपमान बताया है जिन्होंने श्रीमती गोमती साय को भारी बहुमत से चुन कर सांसद बनाया। आलोक सिंह ने कहा कि यह दुर्भाग्य जनक है कि लाई ओव्हर ब्रिज का शिलान्यास उस दल के जनप्रतिनिधियों ने किया जिस दल के नेता कोर्ट से स्टे लाकर काम रोकने का प्रयास किया।
आलोक सिंह ने कहा कि अगर अपना शासन न हो तो कांग्रेसी किस तरह विकास कार्यो में अड़ंगा लगाते है और खुद की पार्टी का शासन हो तो किस तरह श्रेय की लड़ाई लड़ते हैं इसका बेहतरीन उदाहरण है कल हुआ कोतरा रोड ओव्हर ब्रिज के शिलान्यास कार्यक्रम जो विष्णुदेव साय ने केंद्र सरकार से स्वीकृत कराया गया था जबकि पूर्व विधायक रोशन अग्रवाल ने केंद्र और राय के बीच दर्जनों पत्राचार किये थे।
82 करोड़ रुपए स्वीकृत वाई आकार में प्रस्तावित ओवरब्रिज के बनने में दो साल का समय लगना था इस लिहाज से अब उसका उद्घाटन होना था पर अभी शिलान्यास हो रहा है। इस देरी का कारण था इस ओव्हर ब्रिज निर्माण में कांग्रेसी नेता की आपत्ति। वो कोर्ट से स्टे ले आये और मामला अटक गया। अब जबकि कांग्रेस की सरकार है तो मामला सैटल हो गया और कल मंत्री उमेश पटेल और विधायक प्रकाश नायक ने शिलान्यास किया है। कांग्रेस अब इसे अपनी उपलब्धि का गाल बजाएगी और तर्क कुतर्क करेगी पर यह अकाट्य सत्य है कि कांग्रेस को विकास से कोई लेना देना नही है बल्कि वो सिर्फ और सिर्फ श्रेय की लड़ाई लडऩे में विश्वास रखती है। यदि ऐसा न होता तो केंद्र द्वारा स्वीकृत इस ओव्हर ब्रिज के शिलान्यास कार्यक्रम में वर्तमान सांसद को प्रशासन आमंत्रित करता। पर कांग्रेस के राज में प्रोटोकॉल के पालन की उमीद करना बेमानी है