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सावन के महीने में घर लाएं इनमें से कोई भी एक शिवलिंग, दूर हो जाएगी सारी परेशानियां

आज से इस साल के पवित्र महीने की शुरुआत हो रही है. आज सावन का पहला सोमवार है. ये महीना शिवभक्तों के लिए त्यौहार की तरह होता है. सावन महीने के सोमवार को शिवभक्त व्रत रखते हैं और शिवलिंग पर जल चढ़ाकर पूजा अर्चना करते हैं. कुछ शिवभक्त को पवित्र नदियों के जल लाकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं ऐसा करना शुभ माना जाता है.

मान्यता है कि सावन के महीने में शिवलिंग की पूजा अर्चना करना पुण्यकारी माना जाता है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे चार प्रकार के शिवलिंग के बारे में कहा जाता है कि इन चार शिवलिंग में से किसी एक को अपने घर में लाकर स्थापित कर पूजा करने से घर की दरिद्रता दूर होती है.

चमत्कारी शिवलिंग-
पारद के चमत्कारी शिवलिंग के बारे में ये मान्यता है कि इसकी पूजा अर्चना करने से संतानहीन दंपति को संतान रत्न की प्राप्ति हो जाती है. कहा जाता है कि जितना 12 ज्योतिर्लिंग के पूजन पुण्यकाल से प्राप्त होता है, उतना ही पुण्य पारद शिवलिंग के दर्शन से हो जाता है.

दरअसल पारा एक धातु है और पारद शिवलिंग इसी धातु से निर्मित होता है. कहा जाता है कि ऐसे में यदि आप आप सावन के महीने में पारद शिवलिंग लाकर अपने घर में स्थापित कर के पूजा अर्चना करते हैं तो घर की दरिद्रता दूर हो जाती है

इसी के साथ जिनके घर में हमेशा कलह मची रहती हैं वो भी स्फटिक शिवलिंग घर लाकर उनकी पूजा करनी चाबिए. इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है. माना जाता है कि इसके अंदर इतनी ऊर्जा होती है कि इसे अपने घर में स्थापित करने से घर शुद्ध हो जाता है.

नर्मेदेश्वर शिवलिंग-
नर्मेदेश्वर शिवलिंग का नाम नर्मदा नदी से पड़ा है और वो शिवलिंग बहुत ज्यादा पवित्र माना जाता है. मान्यता के अनुसार इसमें प्राण प्रतिष्ठा की जरूरत नहीं होती है कहा जाता है कि इस शिवलिंग में नर्मेदेश्वर का वास होता है. जिसकी वजह से व्यक्ति सभी हर तरह के सुखों का भोग करता है.

पार्थिव शिवलिंग-
पार्थिव शिवलिंह को मिट्टी, जल , भस्म, चन्दन, शहद तीजों को मिलाकर बनाया जाता है. इसमें पहले बताए गए तीनों शिवलिंग काफी महंगे आते हैं. ऐसे में जो लोग शिवलिंग नहीं खरीद सकते वो पार्थिव शिवलिंग की पूजा पूरे सावन माह कर सकते हैं. कहा जाता है ऐसा करना बहुत मंगलकारी होता हैं साथ ही घर की दरिद्रता दूर होती है.

 

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