गोधन न्याय योजना का क्रियान्वयन देखने गौठानों में पहुंचे कलेक्टर
कलेक्टर भीम सिंह ने बंगुरसिया, जोबरो, आमगांव और तमनार गौठानों का किया निरीक्षण
रायगढ । कलेक्टर भीम सिंह ने बंगुरसिया, जोबरो, आमगांव और तमनार के गौठानों का निरीक्षण कर जिले में गोधन न्याय योजना के सफल क्रियान्वयन तथा खाद बनाने की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि जिले के गौठानों में गोबर खरीदी की प्रक्रिया ठीक चल रही है।
कलेक्टर सिंह सर्वप्रथम बंगुरसिया में ढाई एकड़ में बने गौठान का निरीक्षण किया और खुले में रखे गोबर को निर्धारित प्रक्रिया के तहत वर्मी पिट में डालने के निर्देश दिये। उन्होंने गौठान में निर्माणाधीन चारागाह का भी निरीक्षण किया। कृषि व पशुपालन विभाग के अधिकारियों से गौठान में आने वाले पशुओं की संख्या और प्रतिदिन क्रय की जाने वाली गोबर की मात्रा की जानकारी ली। उन्होंने चारागाह की जमीन पर पशुओं के लिये वर्तमान में मक्का व अन्य किस्म के चारे लगाने के निर्देश दिये तथा अगले सीजन में नेपियर घास का अनिवार्य प्लांटेशन कराने के लिये कहा।
कलेक्टर सिंह ने इसके पश्चात ग्राम पंचायत जोबरो के आदर्श गौठान का निरीक्षण किया। गौठान में 30 वर्मी पिट निर्माणाधीन है। वहां उपस्थित लोगों ने बताया कि पंचायत अंतर्गत 351 पशु हैं और प्रतिदिन 4 से साढ़े 4 क्ंिवटल गोबर यहां बेचा जाता है। उन्होंने धान की फसल कटाई के बाद किसानों से पैरादान कराने के लिये कहा, ताकि गौठान में पशुओं के लिये चारा उपलब्ध हो। यहां उन्होंने वर्मी पिट में शीघ्र केंचुआ डालने के स्पष्ट निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि गौठानों के वर्मी पिट के लिये केंचुआ उपलब्ध कराना, खाद निर्माण की टे्रनिंग देना तथा अपनी देखरेख में खाद तैयार करवाने की पूरी प्रक्रिया का दायित्व कृषि विभाग का है अत: कृषि विभाग के अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करें।
कलेक्टर सिंह ने आमगांव व तमनार स्थित गौठानों का भी निरीक्षण किया। आमगांव में अधिकारियों ने कलेक्टर को जानकारी दी कि यहां 575 पशु हैं जिनमें 150 पशु रोजाना गौठान आते हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने गौठान के क्षेत्रफल को 3 एकड़ से बढ़ाकर 5 एकड़ करने के निर्देश दिये। तमनार स्थित गौठान के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि यहां कसडोल गौशाला द्वारा भी गोबर विक्रय किया जाता है, इसलिये वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 35 क्ंिवटल गोबर की खरीदी हो रही है। खरीदी को देखते हुये कलेक्टर ने वहां अतिरिक्त पिट निर्माण करवाने के निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने आमगांव स्थित काजू बाड़ी का भी निरीक्षण किया और वहां काजू प्रोसेसिंग प्लांट लगाने का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने पंचायत सचिव से गत दो वर्ष में हुये काजू के कुल उत्पादन व बिक्री का ब्यौरा तैयार कर प्रस्तुत करने के लिये कहा।
कलेक्टर सिंह ने इस दौरान कहा कि गौठान निर्माण का मुख्य उद्देश्य यह है कि पशु किसानों के रबी व खरीफ के फसलों को नुकसान न पहुंचाये व गौठानों में रहे। इसके साथ ही गौठान को ग्रामीण परिदृश्य के अनुसार सामूहिक आर्थिक गतिविधि के केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे उपलब्ध संसाधनों का बेहतर नियोजन कर रोजगार के नये मौके बनाये जाये। उन्होंने ग्रामवासियों से चर्चा के दौरान किसानों को रबी फसल में सरसो, चना व अन्य दलहन व तिलहन फसल लगाने के लिये प्रोत्साहित किया। निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, एसडीएम घरघोड़ा अशोक मार्बल सहित कृषि व पशुपालन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।