कश्मीर का मोस्ट वांटेड आतंकी रियाज नायकू एनकाउंटर में मारा गया, 12 लाख इनाम था
श्रीनगर. कश्मीर में आतंकवाद के टॉप कमांडर रियाज नायकू को सुरक्षा बलों ने बुधवार को मार गिराया। पुलवामा में नायकू के गांव बेगपोरा में एक एनकाउंटर के दौरान नायकू मारा गया। सुरक्षा बलों को बेघपोरा गांव में नायकू और उसके कुछ साथियों की मौजूदगी का इनपुट मिला था। मंगलवार को उस घर के बाहर घेराबंदी की गई थी, जहां नायकू के छिपे होने की खबर मिली थी।
हालांकि, शुुरुआत में घेराबंदी करने पर किसी तरह की फायरिंग नहीं हुई। इसके बाद भी सुरक्षाबलों ने घेराबंदी नहीं हटाई और ऑपरेशन पूरे दिन चलता रहा। बाद में सुरक्षा बलों ने 40 किलो आईईडी से उसके घर को उड़ा दिया। इसमें नायकू और उसका साथी आदिल मारा गया।
बुधवार सुबह आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी। नायकू पहले घर की छत पर बने एक ठिकाने में छिपा हुआ था। फिर वह सुरक्षा बलों पर फायर करते हुए नीचे उतरा। उसका मारा जाना सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी है। कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ अभियान पर इसका अच्छा खासा असर पड़ेगा।
रियाज नायकू कश्मीर में सबसे ज्यादा समय तक सक्रिय रहने वाला आतंकी था। वह हिजबुल मुजाहिद्दीन के लिए काम करता था। उसे मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की ए++ कैटेगरी में रखा गया था। उस पर 12 लाख रुपए का इनाम भी था। वह कई पुलिसकर्मियों की किडनैपिंग और उनके मर्डर में शामिल था।
बुरहान वानी के बाद नायकू हिजबुल कमांडर बना
35 साल का नायकू मैथ्स टीचर था। बाद में मोस्ट वॉन्टेड आतंकी कमांडर बन गया। 2016 में बुरहान वानी के एनकाउंटर के तुरंत बाद नायकू ही हिजबुल का कमांडर बना था। बुरहान की तरह नायकू भी आतकंवाद फैलाने के लिए सोशल मीडिया का खूब इस्तेमाल करता था। वह कश्मीर के पुलवामा का ही रहने वाला था और सुरक्षा बलों की हिट लिस्ट में पहले नंबर पर था।
खेत और रेलवे ट्रैक खोदकर देखा गया कि सुरंगें तो नहीं हैं
मंगलवार रात को इंटेलिजेंस का पुख्ता इनपुट था। इसके बाद इलाके के आसपास कई सारे खेत, रेलवे ट्रैक की खुदाई की गई कि कहीं कोई सुरंग या जमीन के भीतर आंतकी ठिकाना न हो।