
रायगढ़।। कोटवार संघ ने आज कलेक्ट्रेट में पहुंचकर कलेक्टर के नाम सेट कलेक्टर को दिया ज्ञापन कोटवारों को नियमित करते हुए राजस्व विभाग में संविलयन करने तथा मालगुजारी भूमि का मालिकाना हक देने भू.रा संहिता में संशोधन किया जा रहा है। पूर्व से कोटवार पीढ़ी दर पीढ़ी शासन की अंतिम कड़ी के रूप में ग्रामीण स्तर पर रहकर निष्ठा पूर्वक अपनी सेवा देते आ रहे हैं परंतु विडंबना है कि कोटवारों को आज तक नियमित कर्मचारी का दर्जा प्रदान नहीं हो पाया है चुनाव पूर्व कांग्रेसी घोषणा पत्र में इस बात का उल्लेख किए जाने के बाद भी शासन द्वारा कोई पहल नहीं किया गया जिसके कारण प्रदेश के कोटवारों में शासन के प्रति असंतोष व्याप्त है वर्तमान बजट में मानदेय में नाम मात्र की वृद्धि किया गया जो कि ना काफी है और इससे कोटवारों को कोई खुशी नहीं है वैसे ही भूतपूर्व मालगुजार और आपने अपने राजस्व मंत्री कार्यकाल में मालिकाना हक में दिया था वह जमीन भाजपा शासनकाल में वापस ले ली गई थी उसे वापस कोटवारों के हक में देने हेतु आपने कोटवारों के प्रांतीय सम्मेलन में वादा किया था जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया जिससे भी कोटवारों में निराशा है
इसमें यह मांग की गई है अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने की कवायद चल रही है तथा आंगनबाड़ी व सहायकों का मानदेय बढ़ाकर उन्हें सौगात दे दिया गया पर 75 वर्ष स्वतंत्रता के बीत जाने के बाद फोटो और आज भी गुलामी की जिंदगी जीने को मजबूर है जिनकी ओर ध्यान नहीं देना दुर्भाग्यपूर्ण है अतः महोदय से विनम्र प्रार्थना है कि कोटवारों की बरस बरसों पुरानी मांगों की पूर्ति कर अनुग्रहित करने की कृपा करेंगे।
प्रमुख मांगे:
1, कोटवार को नियमित करते हुए राजस्व विभाग में संविलियन किया जावे।
2, भू राजस्व संहिता की धारा में वांछित संशोधन करते हुए मालगुजारी जमीन का भूमि स्वामी हक वापस प्रदान किया जावे।

