कलेक्टर ने आज बिहान स्व-सहायता समूह की महिलाओं को वित्तीय साक्षरता कीट का किया वितरण, बीसी सखी द्वारा 13 करोड़ 87 लाख 39 लाख का कर चुके है लेन-देन

जशपुरनगर 24 दिसम्बर 2020/ कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, बिहान की स्व-सहायता समूह कीमहिलाओं को वित्तिय साक्षरता कीट का वितरण किया और अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, वनमण्डलाधिकारी श्री कृष्ण जाधव, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, एनआएलएम के सहायक परियोजना अधिकारी श्री मनोज रमांकान्त मिश्रा और संचालक आरएसटी श्री तिर्की एवं समूह की महिलाएं उपस्थित थी। कलेक्टर ने बिहान स्व-सहायता समूह की महिलाएं बसंती भगत, नमिता बाई, शोभा टोप्पो, सावित्री बाई, जीवनलाल कुजूर, रेखा साहू, शकुन्तला भगत, संतोषी सिंह, को कीट का वितरण किया गया।
कलेक्टर ने बिहान समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि समूह की महिलाओं द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा हैं। कोरोना काल में महिलाओं ने आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने में अच्छा सहयोग किया है और विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से समूह की महिलाएं गौठान, से जुड़ी रही। उन्होंने कहा कि जिले में जंगल बाजार के माध्यम से भी समूह की महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे सामग्री, उत्पादनों का विक्रय कराया जा रहा है ताकि महिलाओ ंको आर्थिक लाभ हो सके। महुआ सेनिटाईजर बनाकर महिलाओं ने 22 लाख तक विक्रय कर चुकी है। साथ ही गौठान से जुड़कर महिलाएं दोना पत्तल, अणुसा संग्रहण, साग-सब्जी का भी उत्पादन करके आत्मनिर्भर बन रही है।
सहायक परियोजना अधिकारी श्री मनोज रमांकान्त मिश्रा ने जिला पंचायत कार्यालय में वित्तीय साक्षरता कीट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आठ ब्लाॅक में 126 वित्तीय साक्षारता कार्य के लिए बिहान स्व-सहायता समूह की महिलाओ ंको प्रशिक्षण भी दिया गया है। समूह की महिलाएं बैंक लिकेंज का कार्य करती है। वित्तीय साक्षरता कीट के बारे में बताया कि कीट में समूह की महिलाओं को 5 बैनर, एक बोर्ड, सांप सीढ़ी खेल जिसके माध्यम से वित्तीय जानकारी बीसी सखी महिलाओं के द्वारा दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 135 बीसी सखी गांव के क्यिोशक सेंटर में कार्यरत हैं और जिले में विभिन्न समूह से जुड़कर कुल 1 हजार 780 समूह जिले में कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि 01 हजार 248 समूह की महिलाओं के द्वारा 13 करोड़ 87 लाख 39 हजार का बीसी लेन-देन कर चुके है।