कलेक्टर ने रोजागर अधिकारी को युवाओं के लिए प्लेसमेंट कैम्प आयोजित करने के लिए दिए निर्देश
निर्माण एजेंसियों के माध्यम से अधूरे निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए कहा गया है, बगिया गौठान में समूह की महिलाएं बटेर पालन करके आत्मनिर्भर बन रही है
जशपुरनगर 31 दिसम्बर 2020/ कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज अपने कलेक्ट्रेट कक्ष में आरईएस विभाग, आदिमजाति विभाग, रोजागर विभाग, पशुपालन विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर निर्माण कार्योें की प्रगति के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने निर्माण एजेंसियों के माध्यम से लंबित कार्याें को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए है। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, आदिमजाति विभाग के प्रभारी सहायक आयुक्त एवं डिप्टी कलेक्टर सुश्री आकांक्षा त्रिपाठी एवं संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थें। उन्होंने आदिमजति विभाग के अंतर्गत निर्माण कार्य, विभिन्न निर्माणाधीन छात्रावासों की जानकारी ली। सहायक आयुक्त ने बताया कि जिले में पत्थलगांव विकासखंड के तमता, बागबहार, गम्हरिया में प्रत्येक छात्रावास निर्माण कार्य किया जाना है जिसके लिए प्रत्येक छात्रावास के निर्माण कार्य के लिए एक करोड़ 52 लाख के मान से कुल 4 करोड़ 56 लाख रुपए से छात्रावास का निर्माण कार्य कराया जाना है। उन्होंने रोजागर अधिकारी से कार्यालय में पंजीकृत युवाओ ंकी भी जानकारी ली और आगामी दिनों में प्लैसमेंट कैम्प के माध्यम से युवाओं के लिए रोजगार की सुविधा भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि संबंधित उद्योगों और कार्यालयों से संपर्क करके जानकारी एकत्र करें ताकि रिक्त पदों को प्लेसमेंट कैम्प के दौरान शामिल किया जा सके और युवाओं की योग्यता के आधार पर उनको रोजगार उपलब्ध कराया जा सकें।
रोजागर ने जानकरी देते हुए कहा कि उनके भवन की स्थिति ठीक नहंी है छत से पानी भी टपकता है जिस पर कलेक्टर ने रोजागर अधिकारी को पशुपालन विभाग के परिसर पर लगे भवन को चिन्हांकित करके निरीक्षण करने के निर्देश दिए है और सुदृ़िढ़करण करवाकर रोजागर कार्यालय को उक्त भवन में शिफ्ट करने के लिए कहा गया है। उन्होंने समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जिला अस्पताल के समीप लगे दिव्यंाग पुर्नवास केन्द्र में मरीजों के परिजन के लिए रहने और ठहरने के लिए हैण्डओवर करने के निर्देश दिए है साथ ही पशुपालन विभाग को अलग-अलग गौठान में मुर्गी, पालन, बत्तख पालन एवं अन्य गतिविधियां भी संचालित करनेे के लिए कहा है। पशुपालन अधिकारी ने बताया कि कांसाबेल विकाखण्ड के बगिया गौठान में बटेर पालन किया जा रहा है और समूह की महिलाएं बटेर पालन करके आत्मनिर्भता की ओर अग्रसर हो रही है।