कांग्रेस का गुन गाओगे तो नगर भाजपा में जगह पाओगे, नगर में चाटुकारों के बीच फंसी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी
सक्ती। प्रदेश में 15 सालों तक सत्ता का सुख भोगने वाली भाजपा अब नगर में चंद लोगों की जागीर बन कर रह गई है। नगर के भाजपा के पदाधिकारियों द्वारा लगातार अपने वास्तविक कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है।
इन दिनों नगर भाजपा के क्रियाकलापों से भाजपा के कार्यकर्ता ही काफी नाराज चल रहे है। नगर भाजपा के पदाधिकारियों द्वारा भाजपा के बैनर तले चुनाव लड़ कर जीतने वाले जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा तो की जा रही है लेकिन जो व्यक्ति सुरुवात से ही भाजपा का झंडा उठा कर चल रहे थे उनकी भी उपेक्षा नगर भाजपा मंडल के पदाधिकारी लगातार कर रहे है। एक ओर भाजपा का लक्ष्य है कि अंतिम छोर और अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना है लेकिन भाजपा नगर मंडल में जो भाजपा के झंडे को पकड़ कर चलने वाले लोगों की उपेक्षा से नगर में भाजपा की किरकिरी भी हो रही है। कुछ भाजपा के जमीनी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि नगर मंडल में अधिकांश पदाधिकारी कांग्रेस या अन्य पार्टियों से भाजपा में आए हैं और हम जो जनसंघ के जमाने से झंडा पकड़ते आए है हमें दरकिनार कर रहें है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि मंडल पदाधिकारियों द्वारा कार्यक्रम की सूचना सिर्फ इसलिए नहीं दी जाती है कि हम आगे आजायेंगे और कहीं इनकी पद ना चली जाए। लगातार भाजपा के पदाधिकारी चंद लोगों के ही साथ कार्यक्रम कर अपनी फोटो खिंचवाकर प्रदेश और जिले के नेताओं के पास भेज देते हैं ताकि उनकी पहचान बने। जमीनी कार्यकताओं की उपेक्षा से क्या दुबारा प्रदेश में सरकार बनाई जा सकती है? भाजपा पदाधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कुछ कार्यकर्ताओं ने कहा कि नगर में आज की भाजपा सिर्फ एक विशेष व्यक्ति के समर्थक के रूप में काम कर रही है। हम स्थानीय मुद्दा उठाते हैं तो हमें दरकिनार कर दिया गया है। भाजपा के पार्षदों को भी कार्यक्रम में सिर्फ इसलिए नहीं बुलाया जाता है क्योंकि पार्षद लोग लगातार कांग्रेस के नपा अध्यक्ष का विरोध करते है। मतलब साफ है कि अगर कांग्रेस का गुन गाओगे तो नगर भाजपा में जगह बनी रहेगी, अगर कांग्रेस के खिलाफ कुछ भी बोलोगे तो नगर भाजपा में तरजीह बिल्कुल भी नहीं मिलेगी।