काम दिलाने के नाम पर बेचे गए सभी 9 बच्चे बरामद, 4 गिरफ्तार
काम दिलाने के नाम पर हिमाचल प्रदेश में बेच दिए गए झारखंड के तीन बच्चों को पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने मुक्त कराया है। ये बच्चे झारखंड के लातेहार से शिमला और दूसरी जगहों पर ले जाए गए थे। पिछले महीने भी छह ऐसे बच्चों को मुक्त कराया गया था। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। गिरफ्तार किए गए चारों लोग झारखंड के हैं और इन्होंने गरीब परिवारों के बच्चों को बहला-फुसलाकर उनकी ट्रैफिकिंग का नेटवर्क बना रखा है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के इंचार्ज ने बताया कि लातेहार निवासी सकलदेव पासी के बयान पर बीते 3 फरवरी को एफआईआर दर्ज की गई थी। इसमें बताया गया था कि जिले के कुल नौ बच्चों को हिमाचल प्रदेश ले जाकर बेच दिया गया है। इसके लिए गरीब परिवारों को पैसे का लालच दिया गया था। इस शिकायत के आधार पर पिछले महीने पुलिस की टीम हिमाचल प्रदेश गई और अलग-अलग इलाकों से छह बच्चों को मुक्त कराकर लाई थी। तीन बच्चों के बारे में पता नहीं चल रहा था। पुलिस ने तफ्तीश और विभिन्न लोगों से पूछताछ के बाद अब उन्हें भी सकुशल बरामद कर लिया है। सभी बच्चों को उनके माता-पिता को सौंप दिया गया है।
इस मामले में जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें पलामू जिले के सतबरवा निवासी इंद्रजीत सिंह, कमलेश यादव, अनिता देवी और लातेहार जिले के गारू थाना क्षेत्र की रहने वाली सम्पतिया कुंवर शामिल हैं।