महंगाई पर महाभारत! महंगाई की आग पर BJP और Congress सेंक रही अपनी सियासी रोटी

रायपुर: छत्तीसगढ़ में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों का सिलसिला जारी है। कई शहरों में पेट्रोल 100 रुपए के पार चला गया है। डीजल भी शतक लगाने के करीब हैं। जैसे-जैसे पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं, आरोप-प्रत्यारोप भी तेज हो चली है। पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दामों के खिलाफ कांग्रेस शनिवार को सड़क पर उतरी और आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार महंगाई बम फोड़ रही है, जिससे जनता हलाकान है। तो दूसरी ओर बीजेपी लगातार केंद्र सरकार का बचाव कर रही है। अब सवाल ये है कि महंगाई पर जारी महाभारत से क्या आमजन को राहत मिलेगा?

जब पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस ने सड़क पर उतरकर उग्र प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार को जमकर घेरा। शनिवार को भी पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और खाद्य सामग्रियों की बढ़ी कीमतों को लेकर प्रदेश अध्यक्ष के मोहन मरकाम के नेतृत्व में कांग्रेस ने पैदल मार्च निकाला। इसमें प्रभारी सचिव चंदन यादव और राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय समेत सैकड़ों कांग्रेसी शामिल हुए। एसडीएम को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार महंगाई के मोर्चे पर पूरी तरफ विफल साबित हो रही है।

प्रदेश में पेट्रोल-डीजल के रेट सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। सरगुजा और बिलासपुर जिले में पेट्रोल 100 के पार चला गया है, वहीं डीजल भी शतक लगाने के बेहद करीब है। रायपुर की बात करें तो एक लीटर पेट्रोल के लिए 99.86 रुपए चुकाने पड़ रहे। जबकि डीजल 97.23 प्रति लीटर बिक रहा है। आंकड़ों पर गौर करें तो एक जनवरी को राजधानी में पेट्रोल 82.42 रुपए प्रति लीटर जबकि डीजल  80.06 रुपए प्रति लीटर था। जाहिर है छत्तीसगढ़ में पेट्रोल-डीजल पर 25 % VAT लगता है, जबकि 2 रुपए अतिरिक्त सेस लगता है। हालांकि बीजेपी पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के लिए यूपीए सरकार के कार्यकाल में लिए गए फैसलों को जिम्मेदार ठहरा रही है।

कोरोना की वजह से पहले ही लोगों से रोजगार छिन गया है। आर्थिक तंगी से जूझ रही जनता पर अब महंगाई की दोहरी मार पड़ी है। 80 रुपए में आसानी से मिलने वाला खाने का रिफाइंड तेल 140 रुपए में मिल रहा है। वहीं 60 से 70 रुपए में बिक रही दालें 100 के पार चली गई है। जबकि घरेलू LPG गैस सिलेंडर के लिए 900 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। दिनोंदिन बढ़ती महंगाई आम जनता को बेहाल करने लगी है।

कुल मिलाकर कोरोना की मार से उबरने की कोशिश कर रही प्रदेश की जनता को अब महंगाई की मार से खुद को बचाने की सबसे बड़ी चुनौती होगी। वहीं, महंगाई की आग पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपनी सियासी रोटी सेंकने का काम कर रही हैं। अब आम जनता को इससे कितनी राहत मिलती है?

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