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गौठानों में समूह को जोड़कर उन्हें स्वावलंबी बनाना पहली प्राथमिकता-कलेक्टर…..

जिन गौठानों में पानी की सुविधा नहीं है उन चिन्हाकिंत गौठानों में 100 पंप स्थापित किए जाएगें, गौठानो में निगरानी रखने एवं अनेक गतिविधियां संचालित करने के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है, टीएल के लंबित आवेदनों का प्राथमिकता से निराकरण करने के दिए निर्देश

जशपुरनगर 05 जनवरी 2021/कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज मोबाईल एप्लिकेशन के माध्यम से साप्ताहिक समय सीमा की बैठक ली और अधिकारियो ंसे टीएल आवेदनों का गंभीरता से आवेदनों का निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निराकृत आवेदनों का आॅनलाईन एन्ट्री करके विलोपन की कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि गौठानों में निगरानी रखने के लिए और विभिन्न स्व-सहायता समूह की महिलाओं को जोडकर मल्टी एक्टिविटी करवाने के लिए,  अतिरिक्त आय के साधन उपलब्ध कराने के लिए प्रभारी जिला स्तर के अधिकारियों को गौठान का प्रभारी नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रभारी अधिकारी चेक लिस्ट के माध्यम से अपने-अपने गौठान का अवलोकन करेंगे और गौठान में वर्मीटाका, भू-नाडेप टांका, अजौला टेंक, खाद निर्माण की प्रगति, पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था आदि का भी निरीक्षण करके जानकारी देंगें ताकि गौठान में जहां कमियां है उसे दूर किया जा सके और आजीविका के साधन उपलब्ध कराया जा सके। आॅनलाईन से पुलिस अधीक्षक श्री बालाजी राव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एसमण्डावी, वनमण्डलाधिकारी श्री कृष्ण जाधव, सभी एसडीएम, जनपद सीइ्रओ, नगरीय निकाय के अधिकारी और जिला स्तरीय अधिकारी सीधे जुड़े थे।
उन्होंने कहा कि गौठानो में पानी की व्यवस्था करना जरूरी है क्योंकि खाद बनाने के लिए सब्जी उत्पादन के लिए और पशुओं के लिए पानी होना आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि खनिज न्यास निधि मद से जिन गौठानों में पानी की सुविधा नही है। उन गौठानों के लिए 100 पंप सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इनमें बड़े विकासखंड पत्थलगांव, फरसाबहार, कांसाबेल, कुनकुरी, बगीचा में 15-15 तथा जशपुर, मनोरा, दुलदुला में 10-10 पंप स्थापित किए जाएगे। उन्होंने कहा कि जिले में प्रथम एवं द्वितीय चरण में कुल 195 गौठान का चिन्हांकन किया गया है। जिन गौठानो का आॅनलाईन एन्ट्री नहीं हुआ है वहां आॅनलाईन एन्ट्री करने कहा गया है। साथ ही गौठान में पैरा दान करवाने के लिए भी कहा गया है ताकि 26 जनवरी को उत्कृष्ट पंचायतो ंको पुरस्कृत किया जा सके।  
कलेक्टर ने गौठानों में मल्टी एक्टिविटी करवाने और समूह को प्रशिक्षण देने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र और कृषि महाविद्यालय को भी जोड़ा गया है ताकि गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण देकर समूह को स्वावलंबी बनाया जा सके। उन्होंने गौठान के प्रभारी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि गौठान में समूह को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नवाचार करें और लोहे के जाली, गौठानों में घेराव करने के लिए तार, किल निर्माण, ट्री गार्ड, काजू  चिप्स आदि बनाने के लिए भी कहा गया है ताकि संजीवनी मार्केट के माध्यम से विक्रय किया जा सके उन्होंने कहा कि जशपुर जिले में चावल जौफूल का बड़ी मात्रा में उत्पादन किया जाता है। उसे भी पैकिंग करके मार्केटिंग की जा सकती है। उन्होंने कहा कि गौठानो में गोबर अधिक दिनों तक बाहर न रहे इसका विशेष ध्यान रखें। भू-नाडेप टाका बनाए और उसमें केचुआ डालकर खाद बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ करें साथ ही गौठान में बकरी पालन, मुर्गी, पालन, बटेर पालन के लिए बांस बल्ली के शेड बनाने के निर्देश दिए है।

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