जनता के द्वारा चुने गए प्रतिनिधि और प्रतिनिधि के द्वारा चुने गए चुनिंदा प्रतिनिधि कोरोना काल में हुए क्षेत्र से गायब,

सक्ती। विधानसभा चुनाव में लोगों ने अपना विधायक डॉ चरणदास महंत को चुना था, लेकिन वर्तमान स्थिति में क्षेत्र से डॉ महंत कोसों दूर हैं।
भले ही स्थानीय विधायक लगातार अपने निधि से कोरोना महामारी बचाव के लिए पैसे दे रहें हैं, लेकिन जनता जिन्हें अपने सुख दुःख के लिए चुनाव में अपना प्रतिनिधि बना कर विधानसभा भेजी है आज वही जनता के दुखों का समय उनसे दूरी बनाए हुए है। प्रदेश में कांग्रेस के 70 विधायक हैं उनमें से अधिकांश विधायक अपने क्षेत्र में लगातार कोरोना महामारी से परेसान जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं, लेकिन स्थानीय विधायक अपने निधि से पैसा देकर अपनी जिम्मेदारियों से बचना चाह रहें है। वर्तमान स्थिति में क्षेत्र में प्रतिदिन 100 व जिले में 900 से अधिक संक्रमित मिल रहें हैं। बावजूद इसके स्थानीय विधायक व विधानसभा अध्यक्ष क्षेत्र से दूरी बनाएं हुए है। ज्ञात हो कि विधानसभा अध्यक्ष सत्र के दौरान मसरूफ़ होते हैं लेकिन वर्तमान स्थिति में विधानसभा सत्र भी नहीं है उसके बाद भी क्षेत्र की जनता से मुंह मोड़ें हुए डॉ महंत नजर आ रहें हैं। गत दिनों सांसद जांजगीर गुहा राम अजगल्ले पर गुमसुदगी का पोस्टर वार चला था, वैसा ही कुछ अब स्थानीय विधायक के लिए भी जनता के मन में चल रहा है। लोगों का कहना है कि हमनें डॉ चरणदास महंत को अपना प्रतिनिधि चुना था मगर उनका तो पता ही नहीं साथ ही डॉ महंत ने जिन्हें अपना प्रतिनिधि बनाया है उनका भी क्षेत्र में कुछ अता पता नहीं है। जनता के चुने हुए प्रतिनिधि पर जनता के साथ विश्वासघात का लगातार आरोप लगाया जा रहा है। वहीं जनता के प्रतिनिधि के द्वारा चुने गए चुनिंदा प्रतिनिधि भी जमीन से गायब दिखाई दे रहें हैं।