डायरिया से दो की मौत, 50 से ज्यादा बीमार, कलेक्टर बोले- नालियों के बगल में बिछाई गई पेयजल लाइन

दुर्ग।।कलेक्टर पीके मीणा ने कहा कि, करीब पांच साल पहले अमृत मिशन के तहत पेयजल लाइनों को बिछाया गया था। पहले चरण में बिछाई गई इन पाइप लाइनों को नालियों के बगल में रखा गया है। इसके चलते पेयजल लाइन में गंदा पानी जाने से डायरिया हो रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 42 लोग भर्ती हैं, जबकि दो लोगों की मौत हो चुकी है।

छत्तीसगढ़ के भिलाई में कैंप क्षेत्र में डायरिया फैल गया है। इसके चलते दो की मौत हो गई है। जबकि 50 से ज्यादा लोग बीमार हैं। इनमें से 43 को लाल बहादुर शास्त्री और बीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. जे पी मिश्रा और उनकी टीम थोड़ी देर पहले ही प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के लिए रवाना हुई है। वहीं कलेक्टर ने पीके मीणा ने इसके लिए अमृत मिशन योजना में की गई लापरवाही को दोषी बताया है।

भिलाई नगर के वार्ड-32 जेपी नगर कैंप-1 में मंगलवार शाम से अचानक लोगों को उल्टी-दस्त शुरू हो गए। इसके बाद एक के बाद एक बीमार सुपेला स्थित लाल बहादुर शासकीय अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचने लगे थे। बुधवार शाम तक इन मरीजों की संख्या अस्पताल में बढ़कर 30 तक पहुंच गई। अस्पताल के प्रभारी डॉ. पीयाम सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह करीब 7 बजे कुश डहरे (27) की अस्पताल पहुंचने पर मौत हो गई। उन्होंने बताया कि शहर के अन्य अस्पतालों में भी मरीजों को भर्ती कराया गया है।

वहीं शहर में डायरिया फैलने की सूचना के बाद से नगर निगम भिलाई में हड़कंप मचा हुआ है। CMHO डॉ. जेपी मेश्राम सहित महापौर, कमिश्नर सहित आला अधिकारी मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि डायरिया संक्रमित इस क्षेत्र में लंबे समय से गंदे पानी की सप्लाई की जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जो लोग बोर का पानी पी रहे हैं उनके घर में कोई बीमार नहीं पड़ा है। वहीं निगम के नल से पानी पीने वाले हर दूसरे घर में लोग उल्टी, दस्त की शिकायत से परेशान हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button