गंभीर रोग से हैं परेशान तो बेलपत्र से करें यह छोटा सा उपाय

सावन का पवित्र महीना जल्द आरंभ होने वाला है। जी हाँ और आप जानते ही होंगे सावन का महीना भोलेनाथ का प्रिय महीना होता है। जी दरअसल भगवान शिव के पूजन में बेलपत्र का विशेष महत्व है और कहा जाता है बेलपत्र के बिना उनकी पूजा सम्पन्न नहीं मानी जाती। जी हाँ और शिवलिंग पर एक लोटा जल बेलपत्र अर्पित करने से भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होकर अपने भक्तों की मनोकामनाओं को पूरी करते हैं। जी दरअसल बेल वृक्ष की उत्पत्ति के संबंध में ‘स्कंदपुराण’ में एक कथा है कि एक बार देवी पार्वती ने अपने ललाट से पसीना पौंछकर फेंका, जिसकी कुछ बूंदें मंदार पर्वत पर गिरीं, जिससे बेल वृक्ष की उत्पत्ति हुई। जी हाँ और इस वृक्ष की जड़ों में गिरिजा, तना में महेश्वरी, शाखाओं में दक्षयायनी, पत्तियों में पार्वती फूलों में गौरी का वास माना गया है। अब आज हम आपको बट्टे हैं इसके वह उपाय जो आपको लाभ पहुंचा सकते हैं।

कई बार ना चाहते हुए भी विवाह योग्य लड़के-लड़कियों की शादी में देरी होने लगती है तो इस समस्या के निवारण के लिए 108 बेलपत्र लें हर बेलपत्र पर चन्दन से ‘राम’नाम लिखें। उसके बाद ‘ॐ नमः शिवाय’ कहते हुए बेलपत्र को शिवलिंग पर चढ़ाते जाएं सारे पत्र चढ़ाने के बाद शिव-पार्वती से शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें।

– शिवजी का प्रिय बेलपत्र गंभीर बीमारियों से भी आपको छुटकारा दिला सकता है।  जी हाँ औरअगर आप लंबे समय से किसी बीमारी से परेशान हैं तो 108 बेलपत्र लें एक पात्र में चन्दन का इत्र लेकर एक-एक बेलपत्र पर इत्र लगाएं शिवलिंग पर ‘ॐ हौं जूं सः’ मंत्र का जाप करते हुए चढ़ाते जाएं। अंत में पूजा के बाद भगवान से शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करें।

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