
दबा हो यह पर्वत तो अवसाद में चला जाता है शख्स
हाथ में मंगल पर्वत के उभार होने पर जहां अच्छे परिणाम मिलते हैं वहीं इसके दबा होने पर विपरीत परिणाम भी मिलते हैं। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के हाथ में में मंगल पर्वत दबा हुआ है तो इसका मतलब है कि व्यक्ति सफलता नहीं मिलने पर चिड़चिड़ा हो जाएगा। ऐसे व्यक्ति का व्यवहार बदल जाता है। वह नकारात्मक सोचने लगता है। मंगल पर्वत दबा होने के साथ ही यदि कोई अशुभ चिह्न भी विद्यमान हो तो व्यक्ति को आर्थिक समस्याएं घेर लेती हैं। ऐसे व्यक्ति को पारिवारिक परेशानियों से भी जूझना पड़ता है। इन दोनों योग से व्यक्ति की वाणी भी प्रभावित होती है।
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि मंगल पर्वत से कोई रेखा निकलकर जीवन रेखा तक पहुंचे और यह रेखा जहां जीवन रेखा को काटे तो इस समय पर व्यक्ति के दुर्घटना के योग बनते हैं। ऐसे व्यक्ति किसी विवाद या झगड़े में भी फंस जाता है जिसकी वजह से उसके अंग-भंग होने की आशंका बनती है। मंगल पर्वत पर क्रॉस का निशान होना भी शुभ नहीं माना गया है। इस पर्वत पर क्रॉस का निशान अथवा द्वीप होने पर व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है। यदि मंगल पर्वत पूरी तरह से अविकसित हो तो व्यक्ति अवसाद में चला जाता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि मंगल पर्वत से कोई रेखा चंद्र पर्वत तक पहुंच तो ऐसा हर काम देरी से करने का आदी होता है। वह समय पर कोई भी काम नहीं कर पाता। ऐसा व्यक्ति समय से निर्णय भी नहीं ले पाता है।