दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ के मुखिया पहुंचे कोरबा, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल कोरबा सांसद भी रही शामिल…

दिलीप कुमार वैष्णव@ आपकी आवाज
कोरबा छत्तीसगढ़-छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज अपने दो दिवसी प्रवास पर कोरबा जिला पहुंचे, सबसे पहले वे पोड़ी उपरोड़ा के महोरा मैं बनी आदर्श गौठान का निरीक्षण करने पहुंचे जहां उनकी अगुवाई विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत, जिला कलेक्टर किरण कौशल, पालीताणा खार विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने की

सीएम ने आदर्श गौठान का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गठान में ग्रामीणों से रूबरू होते हुए महिला समूह द्वारा किए गए कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने स्थानी पशुपालकों से विक्रय किए गए गोबर की मात्रा एवं कितनी राशि बैंक खाते में आई, इसकी जानकारी ली। ग्राम के कृषक एवं पशुपालक ने मुख्यमंत्री को बताया कि अब तक लगभग 4 माह में गोबर बिक्री ₹5000 महीना कमा लेते हैं जिसकी भुगतान समय पर बैंक खाते में प्राप्त हो गया है। गोबर विक्रय से प्राप्त हुई राशि से उन्होंने गेहूं बीज एवं खाद की खरीदी की है। वर्मी कंपोस्ट के संबंध में चर्चा करते हुए उन्होंने उपस्थित लोगों को बताया कि गौठान में निर्मित वर्मी कंपोस्ट का जैविक कृषि हेतु अधिक से अधिक उपयोग में लाना है तथा शेष खाद बस जाने पर सहकारिता के गोदाम में जमा करने और उसकी राशि का भुगतान संबंधित समूह को करने का निर्देश कलेक्टर को दिए। गोदाम में जमा किए गए हुए जैविक खाद को वापस किसानों को विक्रय किया जावेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि वर्मी कंपोस्ट की न्यूनतम विक्रय दर ₹8 से बढ़कर ₹10 प्रति किलोग्राम तय की गई है।

गौठान में लगे स्टालों का भी किया गया अवलोकन

महोरा आदर्श गौठान में विभिन्न महिला स्व सहायता समूह द्वारा स्टाल लगाकर उनके द्वारा निर्मित सामग्री को रखा गया था सीएम भूपेश बघेल ने उनका ब्रोकन किया तथा सभी स्टाल में जाकर महिला समूहों से मुलाकात की महिला समूह द्वारा गोबर से बने दिए गमले व गोबर से बने सुगंधित गुलाल को देख सीएम बघेल ने प्रशंसा की और कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में गोबर से बनने वाले उपयोगी सामानों को दूसरे राज्यों के लिए एक उदाहरण है। छत्तीसगढ़ पूरे भारत में 1 राज्य है जहां सरकार गोबर खरीद कर इसका लाभ सीधे किसानों तक पहुंचाने की योजना सरकार द्वारा बनाई गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गठान कोई नया प्रयोग नहीं है यह हमारे छत्तीसगढ़ की प्राचीन परंपरा का एक अभिन्न मांग रहा है। उन्होंने कहा कि गौठान में गायों के नस्ल सुधार के साथ किसानों की आय बढ़ेगी और स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर गोमूत्र, गोबर, नीम आदि से निर्मित कीटनाशक और जैविक खाद की जानकारी भी लिए।

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