छत्तीसगढ़
धान का उठाव नहीं होने व सोसायटियों में बारदाना की कमी से खरीदी हो सकती है प्रभावित
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
इस वर्ष समर्थन मूल्य में धान की खरीदी पिछले वर्ष की तुलना में 15 दिन बाद से शुरू होने की वजह से उपार्जन केन्द्रों में धान की खरीदी शुरू होते ही धान की बम्फर आवक शुरू हो गई है। अभी तक लवन शाखा के 14 सोसायटी केन्द्रो में टोटल 99766.4 क्विंटल धान की खरीदी की जा चूकी है। लेकिन मिलर्स व संग्रहण के द्वारा धान का नियमित उठाव नहीं करने की वजह से धान खरीदी केन्द्रो में जाम की स्थिति बनी हुई है। खरीदी केन्द्रो में आज 18 दिन पूरे हो गए हैं, लेकिन अब तक केन्द्रो में धान नियमित नहीं हो रहा है। खरीदी केंद्रों से धान का उठाव नहीं किया जाता है, तो धान के तेजी से सूखने की आशंका है, क्योंकि पहले से ही धान सूख चूके है। अब खुले आसमान के नीचे धान को रखने से और तेजी से सुखेगा। समय पर उठाव नहीं हो पाने की वजह से प्रायः हर साल समितियों को नुकसान उठाना पड़ता है इसलिए केन्द्रो से धान का शीघ्र उठाव की मांग समिति की ओर से की गई।
वही लवन साख सहकारी संस्था अन्तर्गत सोसायटियों में 20 दिसम्बर के बाद से सोसायटियों में बारदाना की समस्या होने की संभावना जताई गई है। साथ ही दिनो दिन खरीदी केन्द्र में धान की आवक बढ़ती ही जा रही है। आवक बढ़ने के साथ ही बारदाना की समस्या भी आ रही है। कटे, फटे पुराना बारदाना से किसानों को परेशानी उठानी पड़ रही है। विदित हो कि धान की खरीदी बढ़ने के बावजूद भी धान का उठाव नहीं हो रहा है। यह समस्या समिति के लिए सिरदर्द बनते जा रहा है। समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने मांग किया है कि केन्द्रो में खरीदे गए धान का उठाव तत्काल प्रभाव से किया जाए। समय रहते अभी धान का उठाव शुरू नहीं हुआ तो जल्द ही खरीदी केन्द्र में जाम की स्थिति निर्मित हो सकती है।
वही अधिकांश किसानों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि 02 दिसम्बर को धान बिक्री हो जाने के बावजूद भी अभी तक धान विक्रय की राशि खाता में नहीं आया है। किसान बैंक से भुगतान पाने के लिए रोजाना बैंक के चक्कर काटने को मजबूर है।
लवन शाखा अन्तर्गत धान की आवक अहिल्दा में 6736 क्विंटल उठाव शुन्य, कोयदा सोसायटी में 4059 क्विंटल धान का उठाव 18 प्रतिशत, कोहरौद 10381 उठाव शुन्य, ख्ैारा (लवन) 7585 उठाव शुन्य, उपार्जन केन्द्र करदा में 5936 उठाव शुन्य, कोरदा 3940 क्विंटल, कोरदा 5953 क्विंटल उठाव शुन्य, बरदा में 129337 उठाव 9 प्रतिशत, भालूकोना में 6375 क्विंटल, मुण्डा में 7946 क्विंटल, लवन सोसायटी में 13486 क्विंटल, सरखोर में 6273 क्विंटल, मरदा में 4118 क्विंटल उठाव 27 प्रतिशत, सिरियाडीह सोसायटी में 4035 उठाव 26 प्रतिशत ही हो पाया है। वही सभी उपार्जन केन्द्रों में 20 दिसम्बर के बाद से बारदाना की समस्या होने की संभावनांए बताई गई है। वही हेमाल पिछले वर्ष 7 रूपये के हिसाब से धान की लोंडिग करते थे, लेकिन इस वर्ष 4.62 रूपये के हिसाब से मिलेगे। पिछले वर्ष की अपेक्षा 2.38 रूपये प्रति बोरे के हिसाब से कम मिलने पर इस वर्ष हेमाल धान की लोडिंग बंद कर सकते है, जिससे धान की खरीदी व उठाव में समस्या उत्पन्न हो सकती है, हेमालों ने बताया कि यदि 7 रूपये के हिसाब से शासन हमें रूपये नहीं देती है तो हमें मजबूर होकर काम बंद करना पड़ सकता है।
क्या कहते है शाखा प्रबंधकधान खरीदी केन्द्रों में 21 दिसम्बर से बारदाना की जरूरत पड़ेगी। बारदाना की मांग हमारे द्वारा किया जा चूका है, बारदाना की आपूर्ति नहीं होने पर खरीदी प्रभावित हो सकती है, वही सोसायटियों में उठाव नहीं हो रहा है, एक दो मिलर्स ही कोई-कोई समितियों में धान का उठाव कर रहे है।आर.के.नवरंग,शाखा प्रबंधक लवन