निजी कंपनियों और PSU को भी मिल सकेगा अपराध का सरकारी रिकॉर्ड, CCTNS का जल्द मिल सकता है एक्सेस
CCTNS सॉफ्टवेयर से डिजिटल माध्यम में अपराधियों के आपराधिक रिकॉर्ड रखने में मदद मिल रही है. वहीं अब प्राइवेट कंपनियां को सरकार के डेटाबेस तक पहुंचने में आसानी होगी.
नई दिल्लीः देश में पुलिस स्टेशनों को अब डिजिटल माध्यम से इंटरलिंक किया जा रहा है. इससे क्राइम एंड क्रिमिनल्स ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (CCTNS) अपराधियों के आपराधिक रिकॉर्ड को एक जगह संग्रह कर सकता है. वहीं अब इससे निजी कंपनियों को किसी भी संभावित कर्मचारी के किसी भी आपराधिक वारदात की जांच करने की सुविधा मिल सकती है. जिसके लिए पुलिस विभाग निजी कंपनियों से सुविधा शुल्क ले सकती है.
गोपनीयता पर उठेगा सवाल
हालांकि कुछ विशेषज्ञों ने डेटा गोपनीयता के मुद्दों को उठाते हुए कहा है कि इससे काम पर रखने में कर्मचारियों के साथ ‘भेदभाव’ की संभावना हो सकती है. सीसीटीएनएस से पहले से जुड़े एक पूर्व आईपीएस अधिकारी ने कहा कि निजी कंपनियों, सार्वजनिक उपक्रमों और सरकारी विभागों को एफआईआर की तरह “सार्वजनिक दस्तावेजों” का उपयोग करने देने से कोई कानूनी जटिलता नहीं आएगी.
उनका कहना है कि आपराधिक रिकॉर्ड मिलने पर किसी को काम पर नहीं रखने का मामला एक चिंता का विषय है. फिलहाल यह कंपनी की पॉलिसी पर निर्भर करेगा और पारंपरिक पुलिस सत्यापन के साथ भी ऐसा किया जा सकता है.
डॉक्यूमेंट सत्यापन में मिलेगी मदद
फिलहाल गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने अभी तक इस पहल के बारे किसी तरह की पुष्टि या उससे इनकार नहीं किया है. सीसीटीएनएस की ओर से दी जाने वाली नागरिक सेवाओं को सूचीबद्ध करने वाली गृह मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार ‘आने वाले समय में कोई भी नागरिक, संस्था और कंपनियां अपने संभावित कर्मचारियों और किरायेदारों का किसी अन्य उद्देश्य के लिए सत्यापन कर सकती हैं.’
भविष्य में नागरिकों को मिलेगी मदद
गृह मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार इससे भविष्य में कोई नागरिक भी अपने स्वयं के पूर्वजों के प्रमाणीकरण की तलाश कर सकते हैं. वहीं सीसीटीएनएस डेटा के जरिए सरकारी विभाग किसी भी कर्मचारियों की भर्ती के समय उनके चरित्र और पूर्ववृत्तों का सत्यापन भी कर सकते हैं.
बता दें कि गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने हाल ही में कहा था कि देश के कुल 16,098 पुलिस थानों में से 95% से अधिक में सीसीटीएनएस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा है.