
पत्रकारों की कलम रोकोगे तो स्याही सच बोल उठेगी = गंगेश कुमार द्विवेदी
रायपुर =छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रेस कवरेज पर लगाई गई रोक के खिलाफ *भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ छत्तीसगढ़ इकाई* ने कड़ा ऐतराज जताया है। प्रदेश अध्यक्ष *गंगेश कुमार द्विवेदी* ने इस आदेश को प्रेस की स्वतंत्रता पर सीधा हमला करार देते हुए कहा कि—
> “पत्रकार डरते नहीं हैं, और न ही झुकते हैं। सच को उजागर करना अगर गुनाह है, तो हम यह गुनाह बार-बार करेंगे। यह आदेश न केवल पत्रकारों की आवाज को दबाने की कोशिश है, बल्कि जनता के सूचना के अधिकार का भी हनन है।”
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जहां अपराधियों को मिट्टी में मिलाने का वादा किया था, वहीं अब सच दिखाने वाले पत्रकारों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है।
*“यह आदेश इस बात का प्रमाण है कि स्वास्थ्य विभाग भीतर से बीमार है, और उसकी छवि को बचाने के लिए प्रेस पर पाबंदी लगाई जा रही है।”*
*सभी संगठनों से करेंगे संवाद*
प्रदेश अध्यक्ष गंगेश कुमार द्विवेदी ने कहा है कि *“हम प्रदेश के प्रत्येक पत्रकार संगठन से संवाद स्थापित कर इस फैसले के खिलाफ लोकतांत्रिक और वैधानिक मोर्चा खोलेंगे। पत्रकारिता पर हमला, जनता की आवाज पर हमला है।”*
*मुख्यमंत्री तत्काल संज्ञान लें*
उन्होंने मुख्यमंत्री * विष्णुदेव साय* से इस आदेश पर तत्काल संज्ञान लेने, भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई करने और प्रेस की आज़ादी को बहाल करने की मांग की है।
*“अगर सच्चाई से डर लगता है, तो उसे छुपाने की नहीं, सुधारने की ज़रूरत है। हम कल भी सच बोलते थे, आज भी बोलेंगे और कल भी बोलेंगे। पत्रकारिता की लड़ाई, जनता की लड़ाई है — और हम ये लड़ाई पूरी मजबूती से लड़ेंगे।”*