पीएम मोदी को पत्र लिखकर किसानों ने अपने आंदोलन को बताया गैर राजनीतिक
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर अपने आंदोलन को गैर राजनीतिक करार दिया। समिति ने अपने पत्रों में इस बात पर जोर दिया है कि किसानों का आंदोलन किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ नहीं है।
हिंदी में मोदी और तोमर को अलग-अलग लिखे गए पत्र में एआईकेएससीसी ने कहा कि सरकार का यह अनुमान गलत है कि किसानों का तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन विपक्षी दलों के दिमाग की रचना है। किसानों का यह पत्र प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्षी दलों पर तीन कृषि कानूनों पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाने के एक दिन बाद आया है।
समिति ने पत्र में पीएम मोदी से कहा, सच यह है कि किसानों का आंदोलन राजनीतिक दलों को अपने विचार बदलने पर मजबूर कर रहा है और राजनीतिक दलों का इस प्रदर्शन को हवा देने का आपका (पीएम का) दावा गलत है। एआईकेएससीसी उन 40 किसान संगठनों का संयुक्त मंच है, जो पिछले 23 दिन से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
कृषि मंत्री मुख्य मुद्दे से भटका रहे हैं चर्चा
एआईकेएससीसी ने कृषि मंत्री को लिखे खुले पत्र में तीनों कृषि कानूनों में विसंगतियां होने का आरोप लगाया। समिति ने आरोप लगाया कि मंत्री किसानों के मुख्य मुद्दों को चर्चा से भटका रहे हैं। बता दें कि तोमर ने बृहस्पतिवार को किसानों को खुला पत्र लिखा था। आठ पेज के पत्र में कृषि मंत्री ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर नए कृषि कानूनों के बारे में झूठ फैलाने का आरोप लगाया था।