बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने शिक्षकों को करना होगा घर-घर जाकर पालक संपर्क – डीईओ डॉ. राव

10वीं और 12वीं के अनुतीर्ण छात्रों का संधारित होगा रिकॉर्ड, मिशन उत्कर्ष और विनोबा एप के पालन पर ज़ोर


रायगढ़, 5 जुलाई 2025 — रायगढ़ जिले में नवीन शिक्षा सत्र की बेहतर शुरुआत और बच्चों की शैक्षणिक प्रगति सुनिश्चित करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. के. वेंकट राव ने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में बच्चों की उपस्थिति, जाति प्रमाण-पत्र, पाठ्यपुस्तकों का वितरण, अनुतीर्ण छात्रों का ट्रैकिंग, मिशन उत्कर्ष और विनोबा एप जैसे अहम बिंदुओं पर दिशा-निर्देश दिए गए।


🔹 बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने शिक्षकों को घर-घर संपर्क के निर्देश

डीईओ डॉ. राव ने बताया कि छात्रों की उपस्थिति अपेक्षाकृत कम पाई गई है। इस पर उन्होंने सभी बीईओ को निर्देशित किया कि शालाओं के शिक्षक उन छात्रों के घर जाकर सतत पालक संपर्क करें, जो लगातार अनुपस्थित हैं। इसके लिए पालक संपर्क रजिस्टर संधारित किया जाएगा।


🔹 प्रवेश और जाति प्रमाण पत्र का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश

कक्षा पहली में प्रवेशित सभी बच्चों का प्रवेश कार्य शीघ्र पूर्ण करने को कहा गया है। इसके साथ ही 15 जुलाई तक पात्र छात्रों के जाति प्रमाण पत्र बनवाकर वितरित करने का निर्देश दिया गया है। अन्य कक्षाओं में पढ़ रहे पात्र छात्रों का प्रमाण पत्र भी प्राथमिकता से पूर्ण किया जाएगा।


🔹 पाठ्यपुस्तक वितरण और पाठ्यक्रम शीघ्र शुरू करने पर ज़ोर

पाठ्यपुस्तक निगम से प्राप्त पुस्तकों को तत्काल स्कैन कराकर छात्रों को वितरित करने और जुलाई माह का पाठ्यक्रम समयसीमा में पूर्ण कराने का निर्देश सभी बीईओ और शिक्षकों को दिया गया।


🔹 10वीं और 12वीं के अनुतीर्ण छात्रों का होगा ट्रैकिंग

सभी शासकीय और अशासकीय शालाओं को निर्देशित किया गया कि 2024-25 में कक्षा 10वीं और 12वीं में अनुतीर्ण छात्रों के अभिलेख संधारित करें। इन छात्रों को पुन: मुख्यधारा से जोड़ने के लिए ओपन स्कूल के माध्यम से परीक्षा, कैरियर काउंसलिंग और वैकल्पिक रोजगार से जोड़ने की प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी।


🔹 मिशन उत्कर्ष का पालन अनिवार्य

जिले में लागू मिशन उत्कर्ष की सभी कंडिकाओं का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। इसमें शामिल हैं:

  • निर्धारित समय में पाठ्यक्रम की पूर्णता
  • साप्ताहिक, मासिक, त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक एवं प्री-बोर्ड परीक्षाएं
  • कमजोर और मेधावी छात्रों की पहचान व अतिरिक्त कक्षाएं
  • ब्लू प्रिंट आधारित अध्यापन
  • गृहकार्य, आगमन-निगमन पंजी और मूल्यांकन

🔹 विनोबा एप से उपस्थिति और गतिविधियों की निगरानी

सभी शासकीय स्कूलों में शिक्षकों को विनोबा एप में समय पर उपस्थिति दर्ज करनी होगी। कक्षा 1 से 8 के शिक्षकों को अपने द्वारा कराई गई गतिविधियों के फोटो/वीडियो भी अपलोड करने होंगे

कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्रों के परीक्षा परिणाम एक्सल शीट के माध्यम से अपलोड किए जाएंगे। अब सीएसी निरीक्षण भी ऑनलाइन मोड में विनोबा एप पर दर्ज किया जाएगा, जिससे निरीक्षण ट्रैकिंग संभव हो सके।


निष्कर्षतः, रायगढ़ जिला शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों की उपस्थिति, गुणवत्ता और निगरानी को लेकर एक सशक्त और योजनाबद्ध अभियान की शुरुआत की गई है, जिससे जिले में शैक्षणिक गुणवत्ता को नई ऊंचाई दी जा सके।


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