बाल श्रम रोकने में प्रशासन नाकाम ईंट भट्ठों पर काम कर रहे हैं बच्चे, देखे विडियो…

दिलीप कुमार वैष्णव@ आपकी आवाज
कोरबा छत्तीसगढ़-सरकार के लाख कवायद के बावजूद जिला प्रशासन और श्रम विभाग बाल श्रम को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है।


कोरबा छत्तीसगढ़-वर्तमान समय में जिले में संचालित ईंट भट्ठों, होटल व ढाबों पर धड़ल्ले से बच्चों से काम कराया जा रहा है। कुसमुंडा थाना क्षेत्र के ईंट भट्ठों पर भट्ठा संचालकों द्वारा नाबालिक बच्चों से काम कराया जा रहा हैं। ट्रैक्टर ट्राली में ईंट लादने से लेकर उतारने व बनाने तक की जिम्मेदारी इन मासूमों पर है। वहीं दूसरी तरफ श्रम विभाग द्वारा बाल श्रम और बंधुआ मजदूरी रोकने के लिए दावे कागजों पर ही किए जा रहे है। श्रम विभाग द्वारा महीने में एकाध बार चेकिग अभियान चलाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया जा रहा है। मासूम बच्चे ईंट भट़्ठों आदि पर काम करने को आज भी मजबूर हैं।

वर्तमान में सहायक श्रमायुक्त का काम संभाल रही श्रीमती मंजू लता कुर्रे जी ने बताया कि ईंट भट्ठा, होटल ढाबा आदि पर बाल श्रम कराना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। किसी भी ईंट भट्ठा या होटल-ढाबा पर 14 वर्ष से नीचे के बच्चे काम करते हुए मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल अभी तक हमारे पास किसी प्रकार के बाल श्रमिक को लेकर शिकायत नहीं मिली है। नहीं हमारे विभाग के द्वारा बाल श्रम कराने वाले नियोक्ता पर आज पर्यन्त तक किसी भी प्रकार की मुकदमा दर्ज नहीं कराई गई है।

जबकि मुकदमा दर्ज कराते हुए प्रति श्रमिक 20000 का प्रतिपूर्ति भी जमा कराया जाता है। लेकिन कोरबा जिले में अभी तक फिलहाल ऐसी कार्यवा ई नहीं की गई है। जिससे अवैध ईट भट्टों पर बाल श्रमिक मजदूरी काम करने पर मजबूर हैं वहीं ईट भट्टों के मालिकों का हौसला बुलंद है।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार बाल श्रम कराने वाले नियोक्ता पर मुकदमा दर्ज कराते हुए प्रति श्रमिक 20 हजार का प्रतिपूर्ति भी जमा कराया जाता है।

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