ग्राम पंचायत बैमा दैहान पारा का ट्रांसफार्मर बहुत जल्द ले सकता है किसी की बलि

मेंटेनेंस के नाम पर चल रही साजिश होगा पर्दाफास पर किसकी जाएगी इस बार जान

जे.ई. ए.ई. और लाइन मेन होंगे इसके जिम्मेदार


बिजली आपूर्ति की समस्या समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है आए दिन मेंटेनेंस के नाम पर घंटो बिजली गुल रहती है लेकिन मेंटेनेंस का काम किसी भी क्षेत्र में खत्म ही नहीं हो रही है .बिजली विभाग से आधी रात को कंस्यूमर्स के फोन पर मेसेज आ जाता है की मेंटेनेंस चल रही है आगामी एक से दो घंटे बिजली गुल रहेगी किन्तु हैरत की बात है की आधी रात को कौनसा लाइन मेंन बिजली सुधार कार्य कर रहा है क्योकि दिन में सीएसईबी के फ्यूज कॉल या कंप्लेंट नंबर पर कॉल करने से कोई जवाब नहीं मिलता तो सोचने वाली बात है की आधी रात को क्या कोई मेंटेनेंस कार्य हो रहा है या की उपभोगता को अंधेरे में रात गुजारने की साजिस चल रही है .सीएसईबी के सभी डिवीजन के कर्मचारी एवं अधिकारियो का रवैया ठीक उसके ग्रीप बॉक्स जैसा हो गया है जिसमे न कोई व्यवस्था न सुरक्षा और न ही कोई सुलभता नजर आती है.शहर और ग्रामीण क्षेत्रो का हाल एक ही है शहर में फिर भी कोई तो सुनने वाला है किन्तु ग्रामीण क्षेत्र में तो कोई माई बाप नहीं है .ग्राम पंचायत बैमा के दैहान पारा वार्ड क्र .17 मुख्य मार्ग पर स्थित ट्रांसफार्म का एलटी केबल जला हुवा है ट्रांसफार्मर के इर्द गिर्द केबल जला हुवा है ग्रिप बॉक्स नहीं लगा है एवं ग्रिप जमीन से बमुश्किल 4 फिट ऊपर खुले में लगा हुवा है जिससे सीधा खतरा नजर आ रहा है और एक और बड़ी जान लेवा घटना कि ओर इशारा कर रहा है हम बात कर रहे राजनांदगांव क्षेत्र के उस मासूम कि जिसकी मौत का कारण बिजली विभाग है जिसने अनगिनत  शिकायत प्राप्त करने के बाद भी टूटे हुवे तार को गम्भीरत से नहीं लिया और समय से बिजली नहीं काटी और वह मासूम बिजली कि चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गयी जिसका संज्ञान पूर्व मुख्य मंत्री भूपेश बघेल ने भी लिया था ऐसा ही कुछ दृश्य बैमा के दैहानपारा वार्ड में देखा जा सकता है किन्तु इस विषय पर जब जे.ई. राकेश राठौर से चर्चा की गई तो उन्होंने पहले तो इस विषय  पर कोई गंभीरता नहीं जताई साथ ही इस ट्रांसफार्मर के स्थिति को लेकर अनभिग्यता जताई.उन्होंने कहा की इस ट्रांसफार्मर का एलटी केबल बदलने कि बात बोला किंतु मौके पर ऐसा कुछ नजर नहीं आता उनसे जब पूछा गया कि आपके इस क्षेत्र के लाइन मेन को इसकी जानकारी होगी या उनका नाम क्या है एवं उनके अधिकारी सहायक अभियंता का संपर्क नंबर माँगा गया तो उन्होंने देने से इंकार किया और कोई भी जवाबदारी वाला रवैया नहीं दिखा जिससे यह स्पष्ट है कि ग्रामीण क्षेत्र में बिजली विभाग का रवैया कैसा है बाद में हमने सहायक अभियंता कांता प्रशाद बंजारे का संपर्क नंबर अन्य माध्यम से प्राप्त करने के बाद उनको कॉल किया गया तो उनका मोबाइल बंद  आ रहा था अब सवाल यह उठता है की कार्यालीन समय पर अधिकारियो का मोबाइल बंद रहेगा तो उपभोगता अपनी समस्या कैसे और किसको बोलेंगे .तिफरा डिवीज़न से तालुक रखने वाले न जाने कितने अधिकारीगण अपने क्षेत्र की उपभोगताओ कि बिजली आपूर्ति से जुडी समस्या को कैसे निपटाते होंगे.


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