महात्मा गांधी के जन्म शताब्दी पर कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान मे ली गई शपथ
बिलासपुर तखतपुर से संतोष ठाकुर की रिपोर्ट —:
2 अक्टूबर से महात्मा गांधी की 150वीं जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। महात्मा गांधी ने कुष्ठ रोगियों की सेवा कर आमजन को प्रेरित किया। गांधी जी की यह विचारधारा वर्तमान में भी प्रासंगिक है। खंड चिकित्सा अधिकारी डाँ सुनील हंसराज ने कहा कि समाज में कुष्ठ रोग के संबंध में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए चिकित्सा विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत अक्टूबर माह में जिले में कई जागरूकता संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। जिसके तहत 2 अक्टूबर को पंचायत राज संस्थानों पर विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन कर पंचायत राज प्रमुखों द्वारा कुष्ठ रोग पर अभिभाषण व पंचायत राज संस्थाओं के सदस्यों द्वारा कुष्ठ रोकथाम, बचाव व उपचार संबंधी शपथ दिलाई गई। वहीं स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान विद्यार्थियों को कुष्ठ रोग, लक्षण एवं इसके उपचार की सामान्य जानकारी दी जाएगी।
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील हंसराज ने कुष्ठ रोग को गंभीर बीमारी बताते हुए कहा कि यह लेप्रा बेसिली जीवाणु से होती है। यह छूने से व आनुवंंशिक रोग नहीं हैं। उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग की शुरूआत में पहचान एवं जांच करवाकर उपचार लेने से रोगी ठीक हो जाता है और शारीरिक विकलांगता से बच सकता है। कुष्ठ रोग एमडीटी कुष्ठ निवारण औषधि लेने से पूरी तरह ठीक हो जाता है। उन्होंने आमजन से आस-पडौस में किसी व्यक्ति के शरीर पर दाग, धब्बे होने पर आशा दीदी, आंगनबाड़ी एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता, चिकित्सक से संपर्क कर इसकी जांच करवाने व कुष्ठ रोग से पीडित व्यक्ति से भेदभाव नहीं कर ,उसका सहयोग करने का आहवान किया है। खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील हंसराज ने बताया कि इसकी जांच व इलाज सभी सरकारी अस्पतालों, उप स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग का इलाज कुछ मामलों में 6 माह तो कुछ में 12 माह तक हो सकता है।