Basant Panchmi के मौके पर बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ सेविंग्स की भी बताएं अहमियत, जरूर सिखाएं ये 5 बातें

देशभर में आज बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है. बसंत पंचमी (Basant Panchmi) के दिन शिक्षा की देवी मां सरस्वती (Goddess Saraswati) की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है. इस दिन स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए मां सरस्वती की पूजा करते हैं. आज के इस समय में एक कामयाब शख्सियत बनने के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है, इसलिए जीवन में कामयाबी पाने के लिए हमें जिस जंग में उतरना होता है, उस जंग में शिक्षा ही सबसे ताकतवर हथियार माना जाता है. पढ़ाई-लिखाई के जरिए कामयाब होने के लिए हमें बचपन से ही मां सरस्वती की पूजा करने के तौर-तरीके सिखाए जाते हैं. हर माता-पिता अपने बच्चों को सिर्फ पढ़ाई-लिखाई के बारे में ही बताते हैं और सिखाते हैं लेकिन मौजूदा समय को देखते हुए बच्चों को सेविंग्स करने के तौर-तरीकों के बारे में सिखाना बहुत जरूरी है. आज हम यहां आपको सेविंग्स की कुछ बेसिक बातें बताएंगे, जिन्हें आप अपने बच्चों को बता सकते हैं ताकि वे भविष्य के लिए तैयार रहें और अपनी समझदारी और मेहनत से एक कामयाब व्यक्तित्व बनें.

सेविंग्स के तरीके

अपने बच्चों को बचपन से ही सिखाएं कि पैसों को ज्यादा खर्च न करें क्योंकि वे पैसे बचाएंगे तो वही पैसे भविष्य में उनकी जरूरतों को पूरा करने में काम आएंगे. बच्चों को बताएं कि वे जिन खिलौनों और वीडियो गेम्स आदि पर पैसे खर्च कर रहे हैं, उन पैसों को बचाकर वे भविष्य में अपनी उच्च शिक्षा के लिए, आर्थिक मुसीबतों का सामना करने के लिए, घर बनवाने के लिए, शादी-विवाह के लिए, बीमारी से सुरक्षा आदि के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.

बैंक खातों के बारे में

अपने बच्चों के साथ समय बिताते हुए उन्हें बैंक खातों से जुड़ी बेसिक जानकारी दें कि बैंक कैसे काम करते हैं. संभव हो तो उन्हें कभी-कभार बैंक भी ले जाएं और बैंक के कामकाज के बारे में बताएं. अगर आप अपने बच्चों के सामने बैंक में जाकर पैसे जमा कराएंगे तो इससे उनके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और वे भी पैसे बचाने की कोशिश करेंगे.

खर्च के मामले में दोस्तों की होड़ न करें

ये बहुत कॉमन बात है कि बच्चों को अपने दोस्तों के महंगे खिलौने और गेम्स ज्यादा पसंद आते हैं. ऐसे में उन्हें समझाएं कि वे उन्हीं खिलौनों और गेम्स से खेलें, जिन्हें आप आसानी से अफॉर्ड कर सकते हैं. बच्चों को बताएं कि आप उनके उज्जवल भविष्य के लिए ही मेहनत कर रहे हैं और अगर आप अभी से पैसे बचाकर रखेंगे तो भविष्य में वो सभी पैसे आपके बच्चे के लिए ही इस्तेमाल किए जाएंगे.

बच्चों को जिम्मेदारियों के बारे में बताएं

छुट्टी वाले दिन अपने बच्चों के साथ बैठें और उन्हें बताएं कि जिस तरह आप उनके उज्जवल भविष्य के लिए मेहनत कर रहे हैं और पैसे कमा रहे हैं, ठीक ऐसे ही उन्हें भी आने वाले समय में अपने बच्चों के लिए मेहनत करनी पड़ेगी. उन्हें बताएं कि जिस तरह आप अपने जीवन में पैसे बचाकर उनकी देखभाल कर रहे हैं, ठीक वैसे ही अगर वे अभी से पैसे बचाएंगे तो भविष्य में वे भी अपने बच्चों को अच्छी परवरिश दे पाएंगे.

इस बात का ध्यान रखें माता-पिता

सभी अभिभावकों को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि छोटे बच्चे नादान और चंचल बेशक होते हैं लेकिन उन्हें कच्ची उम्र में जो बातें बताई जाती हैं, वे उसे फॉलो जरूर करते हैं. बच्चों को लेकर कहा जाता है कि कम उम्र के बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं. उन्हें जैसा आकार देंगे, वे उस आकार में ढल जाएंगे.

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