भिलाई में सम्मानित किए गए साहित्यकार कवि हीरालाल गुरुजी

भूपेंद्र गोस्वामी गरियाबंद=छुरा=छ्न्द के छ परिवार छत्तीसगढ़ का दिवाली मिलन समारोह दिनांक कुर्मी भवन भिलाई सेक्टर =7 संपन्न हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि आदरणीय डॉ सुरेश देशमुख पूर्व उद्घोषक चंदैनी गोंदा, अध्यक्षता श्री प्रेम लाल पिपरिया अध्यक्ष छत्तीसगढ़ी कुर्मी क्षेत्रीय समाज विशेष अतिथि डॉक्टर सुधीर शर्मा विभागाध्यक्ष हिंदी कल्याण महाविद्यालय भीलाई , सरला शर्मा अध्यक्ष दुर्ग जिला साहित्य समिति, हाजी सूफी डॉक्टर साद बिलासपुरी जनरल सेक्रेटरी हल्क ए अदब अरुण निगम संस्थापक छंद के छ मंचासीन थे। के अतिथियों द्वारा प्रियंका और अखिलेश सर्वप्रथम मां सरस्वती के तैल चित्र दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चना की गई। अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम के आयोजन स्थानीय साधक साथी श्री बलराम चंद्राकर, श्री वीरेंद्र वर्मा, श्री गजराज दास महंत एवं अन्य द्वारा किया गया। कार्यक्रम में 18 जिलों से आए 90 साधकों ने संध्या 6:00 बजे तक अपनी प्रतिनिधि रचनाओं का पाठ किया संस्थापक अरुण निगम ने छंद के छ के नामकरण के संबंध में बताते हुए कहा की जिस प्रकार हिंदी सीखने के लिए अनार का आ सीखने की विधि बोला जाता है उसी तर्ज पर छंद सीखने के लिए छंद के छ नाम रखा गया है। मुख्य अतिथि ने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा की व्याकरण युक्त बोलने के लिए इस परिवार का योगदान अत्यंत सराहनीय है। वरिष्ठ साहित्यकार सरला शर्मा ने कहा कि भाषा से ही राज्य व राष्ट्र की पहचान होती है। डॉक्टर साद ले अपने शायराना अंदाज में कार्यक्रम की सराहना की। वरिष्ठ साहित्यकार व वैभव प्रकाशन के प्रमुख सुधीर शर्मा ने भी संबोधित किया। पश्चात चंद बंद कविता, गीत की प्रस्तुति प्रारंभ हुई जिसमें गरियाबंद जिले की ओर से साहित्यकार हीरालाल गुरुजी छुरा, वीरेंद्र कुमार साहू पांडुका, जितेंद्र सुकुमार, साहि र राजीम केवरा यदु,मीरा, प्रिया देवांगन पीहू ने अपनी छंद बद्ध कविता प्रस्तुत किए। हीरालाल गुरु जी को शानदार प्रस्तुति के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। स्मरण साहित्य समिति के सभी सदस्यों ने उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दिया

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