
रेमडेसिविर इंजेक्शन मुद्दे पर मुख्यमंत्री बघेल फेल साबित हुए
रेमडेसिविर इंजेक्शन मुद्दे पर मुख्यमंत्री बघेल फेल साबित हुए:-
आशीष तिवारी आप की आवाज रायपुर
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हो रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन पर कालाबाजारी पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल फेल साबित हुए यह साफ साफ दिखाई दे रहा है। इंजेक्शन पर कालाबाजारी तो सभी प्रदेशों में हो रही है लेकिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कुछ लोगों की मौतें कोरोना की वजह से हुई है जिन्हें समय पर इंजेक्शन नही मिल पाया उसके साफ-साफ जिम्मेदार भूपेश बघेल ही हैं।
मैं स्वयं एक पत्रकार हूँ और इस प्रकार इंजेक्शन नही मिल पाने पर हुई एक व्यक्ति की मौत का साक्षी भी हूँ। यह मामला रायपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल का है जहां एक शख्स की मौत इंजेक्शन रहने के बाद भी नही दिए जाने पर उसकी मौत हुई।
1500 रेमडेसिविर इंजेक्शन इस हॉस्पिटल को दिया गया था लेकिन अगले ही दिन सभी रेमडेसिविर इंजेक्शन खत्म हो जाना ये हजम ना होने वाली बात की तरह है।
एक परिवार जो अपने परिजन के हॉस्पिटल में भर्ती होने पर पहले से परेशान और दुःखी है उन्हें इस प्रकार भ्रम और इंजेक्शन के लिए गुमराह करना शर्मनाक है।
जबकि कुछ दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 9000 इंजेक्शन कुछ अस्पताल प्रबंधनों को दिलाया लेकिन मानवता और राजनीति इतनी शर्मशार हो चुकी है कि लोग इंजेक्शन को लेकर कालाबाजारी कर रहे हैं तथा कुछ हॉस्पिटल प्रबंधन आने परिचितों के लिए इस इंजेक्शन को रिज़र्व करके उन्हें लगाने में लगे हुए हैं लेकिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का इस मुद्दे पर किसी प्रकार कोई भी ध्यान नही दिया जा रहा।
वो तो शुक्र है कि छत्तीसगढ़ को एक ऐसा मजबूत स्वास्थ्य मंत्री मिला है जिसने अपनी बुद्धि और क्षमता से जनता से सीधे संवाद कर सभी जानकारी एवं बचाव के तरीके पर लगातार बातचीत करते रहे हैं। हालांकि ये और बात है कि छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री भी इस महामारी को रोक नही सकते लेकिन स्वास्थ्य मंत्री का जनता से सीधी बात और जानकारी देते रहना तथा इस महामारी को लेकर सचेत रहना और दूसरों को भी सचेत रहने के लिए प्रेरित करते रहने का सफल प्रयास छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव करते रहे हैं।
इसके पूर्व भी जब कोरोना का प्रथम संक्रमण जोरों से चल रहा था तब स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव की सूझबूझ से ही इसे नियंत्रित किया गया था।
लेकिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सत्ता के नशे में इतने चूर हो चुके हैं कि स्वास्थ्य विभाग में भी अपनी मुखियागिरी और हस्तक्षेप समय समय पर करते दिखाई दिए हैं। यानेकि काम स्वास्थय मंत्री का लेकिन वाहवाही और पीठ थपथपाई अपनी करवाना।