
शारडा एनर्जी में प्रभावित ग्रामीणों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर कंपनी से अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी
अशोक सारथी,आपकी आवाज न्यूज धौंराभांठा:-जिले के तमनार ब्लॉक अंतर्गत शारडा एनर्जी भूप्रभावित ग्रामीणों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर किया जा रहा है हड़ताल शारदा एनर्जी में प्रभावित ग्रामीणों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर कंपनी से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की हान कर धरने पर बैठे हैं ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी हमें शारदा एनर्जी वादाखिलाफी कर रही है क्योंकि जो कंपनी पहले वादा किया था नीति के साथ उसे मुकर रही है और ग्रामीणों को बेरोजगार वह बेसहारा होने को मजबूर कर रही है कंपनी जमीन तो ले ले रही है वर्जन करके जिनके पास जमीन नहीं वह मजदूर कहां जाएं क्या करें बेरोजगारी की मार उनके ऊपर ज्यादा है क्योंकि कंपनी जिसकी जमीन उसी को नौकरी दे रही है और जो आश्रित ग्रामीण खेती मजदूरी करके करके अपना जीवन यापन करती थी वहां ग्रामीण दर-दर भटकने को मजबूर है क्योंकि उनके पास काम नहीं है जिस किसान के घर खेतों में काम करके अपनी जीविका चलाते थे वह जमीन तो कंपनी के अंदर चले गई उसमें आश्रित रहने वाले मजदूर बेरोजगार हो करके दर-दर भटकने को मजबूर है कंपनी की मनमानी चरम सीमा पर है यहां गांव पर हैवी ब्लास्टिंग की जाती है जिससे घरों की खपरैल दीवारों पर दरारे पढ़ना कमल से बात हो गई है ग्रामीण अपने घरों में जान हथेली पर लेकर रहने को मजबूर हैं क्योंकि मैं कंपनी प्रबंधन इन सब की बातें को अनसुना करते हुए अपनी मनमानी करते जा रहे हैं कंपनी को पहले 30 साल का लिज मिला था अब बड़ा करके 52 साल कर दिया गया है पहले मुआवजा भी कम मिला था अब लोगों को अधिक मुआवजा भी चाहिए उस पर भी वादाखिलाफी कर रही हैंं कंपनियां ।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति की भूमि पर बिना सरफेस राइट प्राप्त किए कंपनी द्वारा ग्राम करवाही, खम्हरिया, बजरमुडा, सराईटोला , ढोलनारा में खनन कार्य की गतिविधि की जा रही है जो शासन के निर्देशानुसार दिनांक 18/10/ 2021 के कंडिका क्रमांक 19 .9स्पष्ट उल्लंघन है और हम आदिवासियों के साथ धोखाधड़ी अन्याय किया जा रहा है और कलेक्टर एसडीएम ऑफिस जाने पर हम आदिवासियों को जेल जाने की धमकी दिया जाता है और कोई भी अधिकारी हम किसानों के साथ नहीं दिया जा रहा है तथा कंपनी के विपरीत कार्य मैं उसे शासकीय अमले का सहयोग प्राप्त हो रहा है बिना सरफेस राईट के प्राप्त किए गए कंपनी के पक्ष में वर्ष 2051तक अवैध अनुबंध निष्पादित किया गया है।


