
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। तमाम तरह के नियम-कानूनों के साथ वह संगीत और महिलाओं पर कठोर पाबंदियां लगाने लगा है। अफगानिस्तान के कांधार में तालिबान ने टीवी और रेडियो चैनलों पर संगीत और महिला आवाजों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
हर रोज हो रही है मुश्किल
हालांकि शुरुआत में तालिबान ने आश्वासन दिया था कि वह महिलाओं को काम करने की इजाजत देगा। साथ ही इस्लामी कानूनों के दायरे में रहते हुए पढ़ाई करने देने का भी वादा किया था। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक लेकिन तालिबान के वादों से इतर स्थानीय मीडिया में ऐसी खबरें आ रही हैं कि महिलाओं को अपनी रोजाना की जिंदगी में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। काबुल एयरपोर्ट पर बिना हिजाब के दिखी एक महिला पर तालिबान ने गोली चला दी थी। वहीं एक महिला के सैंडल से उसका पैर दिखने पर भी उसे फटकार लगाई गई थी। वहीं सीएनएन की एक एंकर ने तालिबान शासन लागू होने के अगले ही दिन हिजाब पहनकर रिपोर्टिंग करनी शुरू कर दी थी। उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं।
पहले भी महिलाओं पर रहा है बेरहम
15 अगस्त को यहां पर तालिबान के शासन में आने के साथ ही कई मीडिया संस्थानों ने अपने यहां से महिला एंकरों को नौकरी से निकाल दिया। वहीं काबुल में भी स्थानीय मीडिया ने कई महिला स्टाफ को काम से हटा दिया था। गौरतलब है कि अपने पूर्व के कार्यकाल में तालिबान महिलाओं के साथ गलत ढंग से पेश आने के लिए कुख्यात रहा है। तब महिलाओं को बिना पुरुष के घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं थी। साथ ही उन्हें अपना सिर ढंककर रखना होता था।