सफलता की कहानी – अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिलने पर मां-बाप के सपने हुए पूरे-अंजनी बाई
विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा, बिरहोर के 100 युवाओं को अतिथि शिक्षक एवं अतिथि सहायक शिक्षक के रूप में दी गई है नियुक्ति, प्रत्येक माह 10 हजार रुपए का मिलता है उन्हें वेतन
जशपुरनगर 21 दिसम्बर 2020/नगरपंचायत बगीचा के झापीदरहा के निवासी विशेष पिछड़ी जनजाति युवती पहाड़ी कोरवा अंजनी बाई को अतिथि शिक्षक के रूप में आदिजाति विभाग के अंतर्गत प्राथमिक शाला झगरपुर में नियुक्ति दी गई है। जिला प्रशासन द्वारा दूरस्थ अंचलों में निवास करने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति, पहाड़ी कोरवा और बिरहोर परिवारों के युवाओ को खनिज न्यास निधि मद के अंतर्गत जिले के प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में अतिथि शिक्षक के रूप में रखा जा रहा है। और उन्हें 10 हजार रुपए वेतन के रूप में दिया जा रहा है। विशेष पिछड़ी जनजाति कुमारी अंजनी बाई ने छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने पर प्रसन्न्ता हो रही है। वे अत्यंत गरीब परिवार से हैं और उनके परिवार में कोई भी नौकरी करने वाला नहीं है। माता पिता की इच्छा थी कि उनकी बेटी पढ़ लिखकर आगे बढ़े और अपने पैरों पर खड़ी हो सके। माता पिता इस बात से खुश है कि उनकी पुत्री आज पढ लिखकर नौकरी कर ही है। कलेक्टर श्री महादेव कावरे के मार्गदर्शन और आदिमजाति विभाग की डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी सहायक आयुक्त सुश्री आकंाक्षा त्रिपाठी के दिशा निर्देश में पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर विकास प्राधिकरण शाखा के तहत् युवाओं कों उनके योग्यता के आधार पर रोजगार देने के लिए सार्थक प्रयास किया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा जशपुर जिले में अतिथि शिक्षक और अतिथि सहायक शिक्षक के रूप में विभिन्न शासकीय प्राथमिक, मीडिल स्कूलों में लगभग 100 युवाओं को रखा गया है।