
बावली कुआ के कब्जाधारी पहुंचे एल्डरमेन के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराने
क्रिकेट सट्टा,सहित मारपीट के कई मामले पहले से ही खुद पर दर्ज
रायगढ़ – उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत इन दिनों शहर में चरितार्थ होती नजर आ रही है।जहा क्रिकेट सट्टा खाईवाल,अवैध शराब विक्रेता के साथ ही अवैध कब्जाधारियो का गैंग शहर के एक जनप्रतिनिधि को टारगेट करने में लगा हुआ है।जहा खुद के नाम पर कई अपराधिक मामले दर्ज होने के बावजूद उक्त जनप्रतिनिधि की गिरफ्तारी व झूठी रिपोर्ट दर्ज कराए जाने की मांग को लेकर तरह तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे है।ऐसा पहली मर्तबा नही हुआ है।जब इन अपराधिक प्रवृत्ति के युवाओं द्वारा निगम के प्रतिष्ठित जनप्रतिनिधि के खिलाफ राजनीतिक द्वेष रखते हुए दिखावा करने मोर्चा खोला गया हो।पूर्व में भी कुछ नाबालिग युवाओं को बरगला कर कोतवाली थाने में झूठी शिकायत दर्ज कराने अनर्थक प्रयास किया जा चुका है। जिसमे इन छूटभईये नेताओ को मुंह की खानी पड़ी थी।जब शिकायतकर्ता नाबालिगो द्वारा अपनी शिकायत वापस लेते हुए झूठी शिकायत के लिए बरगलाए जाने का आरोप लगाया गया था।
क्रिकेट सट्टा में हो चुकी है गिरफ्तारी,गणेश चंदा मांगने सी ए के साथ दबंगई
गौरतलब हो कि इन दिनों शहर के बावली कुआ क्षेत्र में निवासरत नशेड़ी युवाओं की आय दिन शिकायत देखने व सुनने को मिलते रहती है।जिनके कारनामों की वजह से समूचे कोतरा रोड बावली कुआ क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त दिखाई पड़ता है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन नशेडियो के इस ग्रुप का संचालन बैकुंठपुर निवासी बादल राजपूत द्वारा किया जाता है।ये वही बादल सिंह राजपूत है।जिसे कुछ दिनों पूर्व ही क्रिकेट सट्टा की खाईवाली करते हुए कोतवाली थाने द्वारा रंगे हाथो गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया था।इसके अलावा बीते दिनों इसी दहशत गर्ग युवकों द्वारा गणेश चंदा की मांग को लेकर भी कोतरा रोड स्थित चार्टेड एकाउनटेंट के कार्यालय में घुसकर मारपीट व तोड़फोड करने की घटना को अंजाम दिया गया था। जिसकी शिकायत बकायदा कोतवाली थाने में की गई थी।बावजूद इसके निगम के एल्डरमैन को निशाना बनाकर उसके खिलाफ झूठी शिकायत के लिए पुलिस प्रशासन पर नाहक दबाव बनाया जाना समझ से परे है।
दबंगई के साथ बावली कुआ में किया अवैध कब्जा
विदित हो कि बैकुंठपुर निवासी बादल सिंह राजपूत जहा नशेड़ी युवाओं का गैंग बनाकर न केवल उन्हें नशे की सामग्री उपलब्ध कराता है।बल्कि क्षेत्र में दहशत व्याप्त करने उकसाता भी है।यही कारण है कि जिस मोहल्ले को बावली कुआ क्षेत्र के नाम से जाना जाता है।इस दहशतगर्द द्वारा बावली कुआ पर ही अवैध कब्जा व निर्माण करा लिया गया है।नतीजन आज बावली कुआ का अस्तित्व ही खत्म हो चुका है।जिसे लेकर आज पर्यंत जिम्मेदारों द्वारा कोई कारवाई करने की जहमत नहीं उठाई गई।जिसकी वजह से छुटभैय्ये नेता का हौसला अपने चरम पर है।बहरहाल जब खुद शिकायतकर्ता पर इतने गुनाह के दाग लगे हो उसकी शिकायत में कितनी सच्चाई होगी इसका अंदाजा लगाना भी सहज हो जाता है।