
लौट के आजा मेरे मीत, मशहूर फिल्मी गाने से अखिलेश यादव का CM योगी पर तंज
यूपी विधानसभा चुनाव में इस बार सीएम योगी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच लगातार शब्दों के बाण चल रहे हैं। कभी एक दूसरे का नाम लेकर तो कभी इशारों ही इशारों में निशाना साधा जा रहा है। सोमवार को अखिलेश यादव ने सीएम योगी को बुलडोजर बाबा के नाम से पुकारते हुए मशहूर फिल्मी गीत लौट के आजा मेरे मीत से निशाना साधा।
अमेठी में जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा वाले यह सभा में एबीसीडी का मतलब समझा रहे हैं। हम उन्हें केवल एक ही चीज समझाएंगे। काका चले गए, बाबा भी जाएंगे। अखिलेश ने काका का मतलब भी समझाया। उन्होंने कहा कि काका का मतलब काले कानून। गाजीपुर से लखनऊ तक रथयात्रा चलते ही सरकार घबरा गई और मन बना लिया था कि तीनों काले कानून वापस ले लेंगे।
अखिलेश ने कहा कि सड़क के उद्घाटन में दिल्ली वाले कैंची लेकर आए थे तो बाबा पैदल पैदल चल रहे थे। अब गोरखपुर पहुंच गए हैं। अब तो गोरखपुर में एक गाना बहुत सुना जा रहा है। आ लौट के आजा मेरे मीत…अब गोरखपुर वाले इन्हें बुला रहे हैं। अब इनका लखनऊ छूटने वाला है।
अखिलेश ने कहा कि बाबा कहते हैं कि हम 12 बजे सोकर उठते हैं। हमारा घर और बाबा के घर की दीवार एक है। वो हम पर नजर रखते हैं। हमने भी उन पर नजर रखनी शुरू की तो देखा कि वहां से धुंआ निकलता रहता है। कुछ दिेनों पहले हमने देखा की मुख्यमंत्री आवास कुछ पुताई वाले जा रहे थे। पूछा तो पता चला कि वहां दीवारों से धुंए के धब्बे हटाने के लिए जा रहे हैं।
अखिलेश ने कहा कि इस सरकार ने खुले जानवर छोड़ दिये हैं। बाबा अपना प्रिय जानवर सांड़ भी नहीं पकड़ पा रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि अखबारों ने बाबा जी का नया नाम बुलडोजर बाबा रख दिया है। सुना है बाबा बुलडोजर ने अपना बुलडोर मेंटनेंस में डाल दिया है। उन्हें पता है कि अगली सरकार समाजवादियों की बनने जा रही है।
अखिलेश ने कहा कि इनके नेताओं में झूठ बोलने का कंपटीशन चल रहा है। छोटा बाबा छोटा झूठ बोल रहा है। जो सबसे बड़ा नेता है सबसे बड़ा झूठ बोल रहे हैं। कहा था कि किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी। आज किसी की भी आय दोगुनी नहीं हुई है। धान की फसल की लूट हो गई। खाद को चोरी हो गई।
कहा था कि हवाई चप्पल में चलने वाले को हवाई जहाज में चलाएंगे। यहां डीजल पेट्रोल महंगा होने से बाइक तक नहीं चल पा रही है। यह लोग सरकार में आ गए तो पेट्रोल दो सौ रुपये बिकेगा। यहां तो कहा था कि चीनी 13 रुपये किलो देंगे। बिजली का बिल आता है तो करंट लगता है। इसलिए समाजवादी सरकार बनेगी तो 300 यूनिट बिजली फ्री होगी। किसानों को भी सिंचाई के लिए बिजली का एक पैसा नहीं देना होगा।