
भूपेंद्र गोस्वामी आपकी आवाज
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार में के मुखिया के निर्देशों की धज्जियां उड़ाने में रेत माफियाओं के साथ-साथ खनिज विभाग विभाग राजस्व एवं जिला प्रशासन भी पीछे नहीं है
गरियाबंद / फिंगेश्वर- अब तक तो बिना स्वीकृति के मनमाने ढंग से अंचल में अवैध रेत उत्खनन के लगातार समाचार मिल रहे थे परंतु इन दिनों स्वीकृत रेत खदानों में भी भारी मनमानी, अवैध उत्खनन, अवैध परिवहन सहित बहुत ज्यादा अनियमितता के चलते छ. ग.की कांग्रेश सरकार के मुखिया के निर्देशों की धज्जियां उड़ाने में रेत माफियाओं के साथ-साथ खनिज विभाग, राजस्व एवं जिला प्रशासन भी पीछे नहीं हैंl विकासखंड के पसौद रेत खदान पिछले डेढ़ माह से काफी अनियमितताओं के साथ धड़ल्ले से बेखौफ चल रही है प्रतिदिन यहां से पानी के अंदर से चैन माउंटीन मशीन द्वारा अवैध उत्खनन कर सैकड़ों हाईवा परिवहन की जा रही है यहां कोई भी नियम कानून नहीं हैl
यहां मजदूरों की जगह चैन माउंटिंग से उत्खनन एवं परिवहन रात्रि 6:00 से सुबह 6:00 के मध्य उत्खनन एवं परिवहन, कई हाईवा में पीटपास में समय ना डालने से एक ही समय में पीटपास से बार-बार परिवहन, नदी के बीच पानी में जाकर उत्खनन, सीमा के बाहर एवं स्वीकृत रकबा से ज्यादा में खनन, शासकीय निर्धारित दर से अधिक दर में विक्रय जैसे अनियमितताओं के बीच रेत उत्खनन किया जा रहा है l मनमाने उत्खनन से वर्षा में आसपास के गांवों एवं खेतों में पानी घुसने की आशंका से ग्रामीण अलग परेशान हैं l इस समय पसौद रेत खदान में मात्र अनियमितताओं के चलते हैं मनमाने उत्खनन एवं परिवहन से पूरे अंचल में छत्तीसगढ़ सरकार की बदनामी हो रही है ग्रामीणों ने कहा कि इस गलत धंधे में खनिज अधिकारी, राजस्व एवं जिला प्रशासन की मौन स्वीकृति से इनकार नहीं किया जा सकताl
इस समय पसौद के साथ-साथ परसदा जोशी में भी अवैध उत्खनन का मामला भी ग्रामीणों के मध्य चर्चा का विषय हैl इन दिनों रेत खदानों के अवैध संचालन में कार्यवाही न होने के चलते माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा रेट खदानों के अवैध संचालन पर सख्त कार्यवाही के निर्देश को अधिकारियों ने काफी हल्के में लिया है अगर अधिकारी चाहे और संरक्षण ना दे तो रेत खदान का अवैध काम एक दिन भी नहीं चल सकता ग्रामीणों जनप्रतिनिधियों ने बताया कि अवैध रेत खदानों की शिकायत करने पर अधिकारी शिकायत करने वालों को ही घेरे में लेना चाहते हैं शिकायत कर्ताओं ने बताया कि अधिकारियों के रवैया से लगता है कि वह कार्यवाही कैसे न करनी पड़े ऐसा जवाब सवाल करते हैंl पसौद एवं परसदाजोशी में चल रही रेत खदान पर ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों ने तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए कहा नियमों का पालन करते हुए रेत खदान संचालित हो तो इसमें कोई परेशानी नहीं है बड़ी-बड़ी हाईवे 20 25 टन का माल लेकर अंधाधुन भागती है तो हमेशा जहां दुर्घटना की आशंका बनी रहती है वही इतने वजन के कारण ग्रामीण अंचलों की सड़कें भी तेजी से क्षतिग्रस्त हो रही है