
अंबिकापुर : आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मैं अपना भविष्य तय करूंगा-टीएस सिंहदेव
15 साल की भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने में बतौर नेता प्रतिपक्ष रहे टीएस सिंहदेव की बड़ी भूमिका थी। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले हर समाज, संगठन, राजनीतिक दल, अधिकारी, कर्मचारी, हर वर्ग से मिलकर जन घोषणा पत्र तैयार किया था।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अंबिकापुर विधायक टीएस सिंहदेव ने कहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मैं अपना भविष्य तय करूंगा। उनके इस बयान के बाद एक बार फिर सरगुजा संभाग सहित प्रदेश की राजनीति में नई चर्चा शुरू हो गई है। यह बात स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने सूरजपुर जिला मुख्यालय में सरगुजा आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरण की बैठक में शामिल होने के बाद पत्रकारों ने चर्चा के दौरान सिंहदेव से पूछा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में आपकी क्या भूमिका होगी.?
आप कोई बड़ा निर्णय लेंगे क्या..? तो उन्होंने कहा कुछ पल सोचने, समझने के बाद एक लाइन में ही जवाब दिया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में मैं अपना भविष्य तय करूंगा.! उनकी एक लाइन की इस बात पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
बता दें कि, 15 साल की भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने में बतौर नेता प्रतिपक्ष रहे टीएस सिंहदेव की बड़ी भूमिका थी। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले हर समाज, संगठन, राजनीतिक दल, अधिकारी, कर्मचारी, हर वर्ग से मिलकर जन घोषणा पत्र तैयार किया था। जन घोषणा पत्र तैयार करने के दौरान उन्होंने पूरे प्रदेश में लगभग तीन लाख लोगों से सीधे मुलाकात की थी।
जन घोषणा पत्र के बल पर ही प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी।
प्रदेश में बंपर जीत के बाद मुख्यमंत्री की दौड़ में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल व टीएस सिंहदेव का नाम सामने आया।सरगुजा संभाग में तो 14 की 14 सीटें सिर्फ इसलिए आई की पहली बार सरगुजा जिले से मुख्यमंत्री बनने की उम्मीद लोगों को थी। इन सबके बावजूद कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे भूपेश बघेल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और अब सरकार को चार वर्ष पूरे हो गए हैं।
इस बीच कई बार ढाई-ढाई साल के फार्मूले को लेकर विवाद की स्थिति भी बनी। ढाई साल बीतने के बाद भी सिंहदेव को मौका नहीं मिला। सरकार से स्वास्थ्य मंत्री की न बनने के कारण सरगुजा क्षेत्र में विकास कार्य भी प्रभावित हुआ और अब आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है।जनमानस के साथ भाजपा भी इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस को घेर रही है। इस बीच काफी दिनों बाद एक और बड़ा बयान आने के बाद राजनीति गलियारे में नई चर्चा शुरू हो गई है। देखना यह है कि सिंहदेव के बयान से आने वाले विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की राजनीति किस दिशा में जाएगी।
सिंहदेव ने नाराज होकर छोड़ा था पंचायत विभाग का दायित्व-
बता दें,कुछ माह पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को त्याग दिया था। प्रदेश के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के पास अब यह विभाग है।वर्तमान में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के पास स्वास्थ्य व जीएसटी विभाग का दायित्व है।