
अक्षय नवमी , आंवले के पेड़ की पूजा-अर्चना किया गया
बिलासपुर /तखतपुर से संतोष ठाकुर की रिपोर्ट । आंवला नवमी का त्योहार दीपावली के बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि मनाया गया। आंवला नवमी को अक्षय नवमी भी कहा जाता है। महिलाओं द्वारा आंवला नवमी की पूजा को काफी महत्वपूर्ण माना गया है।अक्षय नवमी धात्री तथा कूष्मांडा नवमी के नाम से भी जानी जाती है। महिलाएं अक्षत, पुष्प, चंदन आदि से पूजा-अर्चना कर पीला धागा लपेटकर वृक्ष की परिक्रमा किया गया। वही नगर के विभिन्न स्थानों मे आंवला नवमी को महिलाये पूजा-अर्चना के बाद खीर, पूड़ी, सब्जी और मिष्ठान आदि का भोग लगाया गया।