
आखिर मामला है क्या : विधायक सौरभ सिंह ने पीएम को भेजा शिकायती पत्र तो ननकी राम ने शिकायत को झूठा बताने लिखा पत्र
कोरबा। छत्तीसगढ़ में सत्ता से बाहर चल रहे भाजपाई नेता मीडिया की सुर्खियां बटोरने के लिए कैसे-कैसे हथकंडे अपना रहे हैं, इसकी एक बानगी हम आपको दिखाते हैं। अकलतरा से भाजपा के विधायक सौरभ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डीएमएफ में भ्रष्टाचार की शिकायत की है। लेकिन उन्होंने यह शिकायत अपने विधानसभा क्षेत्र या जिले की नहीं बल्कि पड़ोसी जिले कोरबा के बारे में की है। अकलतरा विधायक न तो कभी कोरबा में सक्रिय रहे और न ही उनका यहां आना- जाना होता है। ऐसे में उनकी शिकायत पर बीजेपी के स्थानीय वरिष्ठ आदिवासी नेता और पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने अपनी ही पार्टी के विधायक के पत्र पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। श्री कंवर ने अपने पत्र में भ्रष्टाचार के आरोपों को निराधार बताते हुए, विधायक सौरभ सिंह के पत्र को व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए दुर्भावना वश लिखा जाना बताया है। श्री कंवर ने लिखा है कि कोरबा जिला खनिज संसाधनों से भरा पड़ा है। ऐसे में केंद्र सरकार के निर्णय के बाद मिलने वाली राशि से आदिवासी बहुल कोरबा जिला सहित आसपास के क्षेत्र का विकास किया जा रहा है। इस मद से होने वाले विकास कार्यों पर गौर करें तो बीजेपी शासनकाल के साथ ही मौजूदा सरकार में भी शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, स्वच्छ पेयजल की दिशा में लगातार काम कराए जा रहे हैं। लेकिन विकास कार्यों पर जांजगीर जिले के विधायक सौरभ सिंह ने प्रश्नचिन्ह लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 26 फरवरी 2022 को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस पूरे प्रकरण में सबसे मजे की बात तो यह है नेताजी का पत्र भले ही प्रधानमंत्री के पास पहुंचा या नहीं यह तो पता नहीं लेकिन पीएम को लिखा पत्र मीडिया के जरिए जरूर वायरल करवा दिया गया है। खैर 26 फरवरी को लिखे इस पत्र के जवाब में बीजेपी के कद्दावर आदिवासी नेता और पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने ठीक दूसरे दिन 27 फरवरी को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर विधायक की शिकायत का खंडन किया है। पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने प्रधानमंत्री के नाम लिखे इस पत्र में सात बिंदुओं पर अपनी बात रखते हुए अकलतरा विधायक सौरभ सिंह के सारे आरोपों को न केवल निराधार बताया है, बल्कि उन्होंने अपने पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि यह पत्र दुर्भावना वश और व्यक्तिगत लाभ के लिए प्रधानमंत्री के नाम लिखा गया है। प्रधानमंत्री के नाम ननकीराम कंवर के इस पत्र के बाद एक बार फिर राजनीति गरमाने लगी है। वहीं अपने क्षेत्र को छोड़ दूसरे जिले के कामों पर सवाल उठाने वाले अकलतरा विधायक सौरभ सिंह अब कुछ सवालों के घेरे में हैं। उल्लेखनीय है कि अकलतरा विधायक सौरभ सिंह ने कोरबा में एसईसीएल मानिकपुर खदान में फर्जी पंजीयन नंबर पर बालको के लोडर संचालन और कोयला अफरा-तफरी का सवाल विधानसभा में उठाया था। लेकिन प्रश्न उठाने के बाद भ्रष्टाचार के सवाल पर विधायक ने एकाएक चुप्पी साध ली थी। बहरहाल अपने क्षेत्र को छोड़कर कोरबा जिले के कामों पर सवाल उठाने के बाद अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता द्वारा उनपर सवाल खड़े करने के बाद अकलतरा विधायक की किरकिरी होना स्वाभाविक है।