
इस तरह हुई कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी, पूरी रात चला गिरफ़्तारी का खेल
रायपुर: कालीचरण महाराज काफी देर तक पुलिस के साथ लुकाछिपी खेलते रहे। टिकरापारा थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद अचानक से कालीचरण रायपुर से गायब हो गए। हालांकि आशंका उसी वक्त यह जताई जा रही थी कि कालीचरण मध्यप्रदेश रवाना हुए हैं।मध्य प्रदेश से उनके दिल्ली या फिर महाराष्ट्र जाने की भी जानकारी सामने आ रही थी। लिहाजा मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और दिल्ली के लिए तीन अलग-अलग राज्यों में रायपुर पुलिस की टीम सोमवार को रवाना की गई। रायपुर से गायब होने के बाद कालीचरण महाराज ने अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया था, लिहाजा फोन ट्रेस नहीं हो पा रहा था और पुलिस को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इस तरह मिला सुराग राजधानी पुलिस एफआईआर किए जाने के बाद से कालीचरण महाराज की तलाश में थी। कालीचरण महाराज आए तो हवाई जहाज़ से थे लेकिन उनकी वापसी हवाई जहाज़ से नहीं हुई थी। कालीचरण महाराज बाजरिया ट्रेन से रायपुर से रवाना हुए थे। पुलिस को एयरपोर्ट पर जानकारी लेने में इसलिए देर हुई क्यूंकि यात्रा के दौरान कालीचरण महाराज अपने वास्तविक नाम का इस्तेमाल नहीं करते थे, वे जिस नाम का इस्तेमाल कर रहे थे वह नाम कालीचरण सराग था।
इस तरह हुई कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी अब राजधानी पुलिस को यह सुनिश्चित हो गया था कि कालीचरण ट्रेन से रवाना हुए हैं, इसके बाद राजधानी पुलिस ने संबंधित ट्रेन और बोगी के टीटी से कंफर्म कर लिया और टीम सीधे खजुराहो पहुँच गई। कालीचरण जिन नंबरों का इस्तेमाल करते थे, उनमें से एक नंबर खजुराहो में बंद हुआ था। लेकिन टॉवर लोकेशन के ज़रिए टीम उस जगह याने पल्लवी गेस्ट हाउस पहुँच गई, इसी गेस्ट हाउस से उन्होंने वीडियो जारी किया था जिसमें वे यह कहते देखे गए थे की मुझे अपने कहे पर कोई पछतावा नहीं है.. मृत्युदंड मिलता है तो भी खेद नहीं है, लेकिन वहां भी पता चला की कालीचरण महाराज पल्लवी गेस्ट हाउस छोड़ कर बागेश्वर धाम की ओर चले गए थे जहां उनके लिए एक किराए पर कमरा उपलब्ध था। वो मकान खजुराहो से करीब 18 किलोमीटर दूर था, पुलिस को जानकारी मिली की महाराष्ट्र के दो बाबा उस मकान में रह रहे हैं, हालांकि जब पुलिस मिली जानकारी वाले स्थान पर पहुंची तो वहां भी कालीचरण महाराज नहीं मिले। काफी देर तक रायपुर पुलिस मकान के आसपास मौजूद रही, लेकिन कालीचरण उस घर में नहीं पहुंचे। इसी बीच रायपुर की टीम को यह जानकारी मिली कि बताए गए स्थान से करीब 4 किलोमीटर दूर एक और मकान में कालीचरण महाराज मौजूद है। लिहाजा रायपुर पुलिस उसी वक्त उस मकान में पहुंची। तब तक सुबह के 4:00 बज चुके थे, रायपुर पुलिस ने तड़के मकान की घेराबंदी कर कालीचरण महाराज को गिरफ्तार कर लिया है। अब देखना है की रायपुर पुलिस मध्यप्रदेश से कालीचरण महाराज को रायपुर लाने में कब सफल होती है।
राजधानी से खजुराहो पहुँची टीम को लीड सायबर इंचार्ज टीआई गिरीश तिवारी कर रहे थे, ये टीम पुलिस के यूनिफ़ॉर्म में नहीं बल्कि सादे कपड़ों में थी और खुद को कालीचरण महाराज का भक्त बताते हुए उनकी पतासाजी करती रही।