
मां के मौत के बाद अंतिम संस्कार कराने वाले कोतवाली प्रभारी मनीष नागर को एक बार फिर बहनों ने किया याद रक्षा सूत्र बांधने की इच्छा प्रकट
रायगढ़। एक बार फिर कोतवाल ने ऐसा कारनामा कर दिया जिसका तारीफ किया जाए कम ही है बता दें कि उन अनाथ बहनों के पास पहुंच कर अपने कलाई में राखी बधवाई जिनके भाई या फिर आगे पीछे कोई नहीं है उनके पास पहुंच कर अपनी कलाई में उन बहनों से राखी भी बधवाई और उन बहनों को रक्षा करने का वचन भी दिया कोतवाल के ऐसे कई कारनामे से भरा पड़ा है जो जरूरतमंद लोगों के लिए काफी मददगार साबित हुए हैं इस कड़ी में आज एक और कार्य जुड़ गया जोकि सराहनीय पहल है नया मामला आज रक्षाबंधन के दिन चक्रधर बाल सदन पहुंचे जहां ऐसी ही 88 बहने रहती है चक्रधर बाल सदन में।लेकिन आज रक्षाबंधन के दिन इन बहनों को मनीष नाम का भाई मिल गया है हम बात कर रहे हैं जिले के कोतवाली टीआई मनीष नागर की ऐसे ही कुछ दिन पहले कोतवाली क्षेत्र में एक महिला की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार कर पूरे हिन्दू रीति रिवाज से उसका क्रियाकर्म कोतवाली प्रभारी मनीष नागर ने करवाया था उस महिला की बेटी जो चक्रधर बाल सदन में मॉ की मौत के बाद रह रही है,उसने इच्छा जाहिर की कि वह अपनी माँ का अंतिम संस्कार करने वाले अपने बड़े भाई कोतवाली टीआई को राखी बांधना चाहती।बस फिर क्या था मनीष नागर अपनी टीम के साथ बाल सदन पहुंचे और 1 नहीं बल्कि सभी 88 अनाथ बच्चियों के एकलौते भाई बने।बाल सदन की सभी बहनों ने उनकी कलाई पर राखी बांधी।परम्परा अनुसार भाई मनीष ने सभी बहनों को उपहार भी दिया।सभी को आशीर्वाद देकर उनकी रक्षा करने का वादा किया।