उच्च शिक्षा विभाग की मनमानियां और लापरवाही चरम सीमा पर

*उच्च शिक्षा विभाग की मनमानियां और लापरवाही चरम पर:-
आशीष तिवारी आप की आवाज रायपुर(छ.ग)
छत्तीसगढ़।उच्च शिक्षा विभाग ने अपनी  किरकिरी  होते देख सहायक प्राध्यापको की स्थानांतरण सूची वेबसाइट से हटाई।
इस सूची में जिले के की सी एल कालेज में पदस्थ एक नब्बे प्रतिशत दिव्यांग सहायक प्राध्यापक का स्थानांतरण गृह जिले से दूर रायगढ़ जिले में किया गया । मिली जानकारी अनुसार पिछ्ले दिनों सभी विभागों में वर्षों से जमे  अधिकारियों और कर्मचारियों का स्थानांतरण किया गया । इसी अनुक्रम में उच्च शिक्षा विभाग में भी स्थानांतरण सूची वेबसाइट पर  डाली गई। जब इस सूची को सहायक प्राध्यापकों ने देखा तो कुछ सहायक प्राध्यापको के सिर घुम गये तो कुछ सहायक प्राध्यापको का माथा गर्म हो गया क्योंकि इस सूची में इतनी विसंगतियां थी कि वे कुछ समझ ही नहीं पा रहे थे । जब सहायक प्राध्यापको ने इसकी चर्चा एक दूसरे से की तब पता चला कि इस सूची में केवल विसंगतियां ही है जब उच्च शिक्षा विभाग ने अपनी लापरवाही सहायक प्राध्यापको से सुनी तो अपनी गलती सुधारने तुरंत ही स्थानांतरण सूची वेबसाइट से हटाई दी और दूसरी सूची जारी कर दी लेकिन हड़बड़ी में गड़बड़ी जरूर होती है और दोबारा इस सूची में कुछ गलतियां उच्च शिक्षा विभाग मंत्रालय महानदी भवन द्वारा किया गया है की सी एल कालेज जांजगीर में रसायन शास्त्र पढ़ा रहे सहायक प्राध्यापक डॉ के के मिश्रा ने बताया कि 2022 के स्थानांतरण अधिनियम में स्पष्ट लिखा है कि शारीरिक रूप से असक्त या दिव्यांगो को उनके गृह जिले में ही पदस्थापना दी जाये और उनका स्थानांतरण प्रशासनिक तौर पर न किया जाए परंतु जांजगीर जिले के दो सहायक प्राध्यापको को प्रशासनिक स्थानांतरण उनके गृह जिले से दूर रायगढ़ के के मिश्रा सहायक प्राध्यापक रसायन शास्त्र और आर के चंद्रा सहायक प्राध्यापक इतिहास सीतापुर किया गया है जबकि दोनों ही सहायक प्राध्यापक दिव्यांग है ।
*एक सहा.प्राध्या. को मिला दो कालेज का विकल्प तो दूसरे का दो बार हुआ तबादला*
इसी तरह पिछली सूची में अनेक सहायक प्राध्यापको को दो महाविद्यालय में स्थानांतरित किया गया था । डा एच एल शर्मा सहायक प्राध्यापक हिंदी सीपत महाविद्यालय बिलासपुर का स्थानांतरण बिर्रा कालेज जांजगीर तथा सनावल रामानुजगंज किया गया था उन्होंने बिर्रा कालेज में पदभार ग्रहण कर लिया । इसी तरह बिलासपुर के बिलासा गर्ल्स कॉलेज में पढा रहे के के सिन्हा सहायक प्राध्यापक का स्थानांतरण जे पी वर्मा कालेज बिलासपुर किया गया और उन्होंने वहां पदभार ग्रहण कर लिया है । अब दोबारा ज़ारी की गई सूची में सहायक प्राध्यापक के के सिन्हा का स्थानांतरण मरवाही कालेज कर दिया गया है जबकि स्थानांतरण अधिनियम 2022 के अनुसार कोई भी स्थानांतरित अधिकारी को कम से कम एक वर्ष स्थानांतरित किए गए स्थान या विभाग रहना ही होगा । इस स्थानांतरण सूची में इतनी विसंगतियां हैं कि इसके लिए शायद एक सप्ताह की सीरीज बनानी पड़ सकती है ।

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