बिलासपुर:- एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत जिले में व्यापक पैमाने पर पौधरोपण अभियान चलाया जायेगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से कम 1 हजार पौधे लगाये जाएंगे। मूलभूत मद के अंतर्गत ग्राम पंचायतों द्वारा इसकी व्यवस्था की जायेगी। कलेक्टर अवनीश शरण ने साप्ताहिक टीएल बैठक में इस आशय के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राज्य में अभियान की शुरूआत की है।
कलेक्टर ने टीएल बैठक में लंबित मामलों सहित राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्हांेने शहर के अटल आवास इलाके में डायरिया की रोकथाम के लिए हरसंभव प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने अन्य विभागों में भी लम्बे समय से गायब कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई करने को कहा है। टीएल बैठक में इसकी समीक्षा भी की जायेगी। कुपोषित बच्चों के पुनर्वास के लिए अस्पतालों में संचालित एनआरसी का नियमित निरीक्षण करते रहने के लिए महिला एवं बाल विकास अधिकारियों को कहा है। कृषि विभाग को खाद-बीज दुकानों का आगे भी सतत् निरीक्षण जारी रखने को कहा है। आरटीई के तहत निजी स्कूलों में दाखिल बच्चों की देखभाल के लिए मेन्टर नियुक्त किये जाएंगे। वे यह देखेंगे कि कहीं उनके साथ स्कूल प्रबंधन अथवा बच्चों द्वारा भेदभाव तो नहीं किया जा रहा है।
कलेक्टर ने आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित आश्रम एवं छात्रावासों में निवासरत बच्चों का हर महीने स्वास्थ्य परीक्षण कराने को कहा है। कलेक्टर ने कहा कि जिले की सभी चारों ब्लॉकों में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित हैं। इन बच्चों के उपयोग के लिए एक-एक मल्टीपर्पज हॉल बनाया जायेगा। लोक निर्माण विभाग को इसका प्राक्कलन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैें। कलेक्टर ने ग्रामीण इलाकों में मुख्य मार्ग से पशुओं को हटाने के लिए सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाये हैं। बैठक में निगम आयुक्त श्री अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ रामप्रसाद चौहान सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।