एलॅन्स स्कूल में कामर्स कैरियर कमिटमेंट

दिनेश दुबे 9425523689
आप की आवाज
*एलॅन्स स्कूल में कामर्स कैरियर कमिटमेंट (C3)*
बेमेतरा ==एलॅन्स स्कूल का प्रतिभावान छात्र समर्थ ताम्रकर सी॰ ए॰ फ़ाउंडेशन मे प्रथम स्थान लाकर अपना सामर्थ्य प्रदर्शन कर स्कूल का नाम रौशन किया।
एलॅन्स पब्लिक स्कूल बेमेतरा में कामर्स कैरियर कमिटमेंट सभा मे डॉ निहारिका सिंह, सी.ए. भरत सर, सी.ए. राहुल बत्रा सर, समर्थराज ताम्रकर तथा प्राचार्य डॉ सत्यजीत होता के सुखद सानिध्य में संपन्न हुआ।
डॉ. निहारिका ने कहा कि ’’प्रत्येक मनुष्य को सफलता प्यारी है। आखिर यह मिलती कैसे है। अनेकों ने कहा – स्वप्न जरूरी है, कड़ी मेहनत, धैर्य, समर्पण, लक्ष्य, आत्मविश्वास, एकाग्रता, निरन्तरता, लेकिन मै कहूँगी कि यह सब तो जरूरी है, परन्तु इच्छा शक्ति सर्वोपरि है, क्योंकि इच्छा शक्ति के अभाव में उपरोक्त गुण या विशेषताएँ गौड़ हो जाएगें। बिना इच्छा शक्ति के कोई भी उपलब्धि हासिल नही होती। एक बार लक्ष्य निर्धारित कर लिए फिर तब तक न रूके जब तक लक्ष्य न मिल जाए। यहां लक्ष्य कितने समय बाद मिलता है यह मायने नही रखता, यहां महत्वपूर्ण है उसको पाने की जिद तथा निरंतर बिना रूके लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना। फिर एक दिन सफलता सुनिश्चित है।
       सी.ए. पद या शब्द कोइ हौवा नहीं, यह तभी तक लगता है। जब तक इसकी ओर कोई कदम नहीं बढ़ाते। एक बार चल पड़ें तो बिना पाए सुकून नहीं मिलेगा। आप सभी विद्यार्थियों को मेरी ओर से शुभकामनाएँ।’’
सी.ए. राहुल बत्रा ने कहा कि ’’कोई भी उपलब्धि बिना जज्बा के प्राप्त नहीं किया जा सकता है। प्रत्येक समस्या का समाधान खुद के पास होता है परन्तु हम दूसरे से उम्मीद लगाए बैठे रहते है। या समस्या का दोषारोपण दूसरे पर मढ़ते है। यह स्वभाविक कमजोरी है। हम उच्च शिखर पर तभी पहुंचेगें जब लगातार कोशिश करते हुए कड़ी मेहनत को कुंजी मानकर सही दिशा में कदम बढ़ायेंगे। यहां शत् प्रतिशत जरूरी है, उचित व सही दिशा की जानकारी नही तो पूरी मेहनत बेकार चली जाएगी।’’
समर्थराज ताम्रकर ने कहा कि ’’मुझे जहाँ शुरूआती शिक्षा मिली वहां आकर अपने जूनियर भाई बहनों से मिलकर अपार खुशी का अनुभव कर रहा हूँ। आप लोगो से कहना चाहूंगा कि पढ़ाई के दौरान कई चीजे समझ नहीं आता लेकिन उसे छोड़ नहीं देना चोहिए, किसी विशेषज्ञ से सम्पर्क करके उस कठिनाई को दूर करें। टालने की आदत से उबरना होगा नहीं तो धीरे-धीरे समस्या की मात्रा बढ़ जाएगी। जो सफलता के रास्ते की रूकावट बनेगी। ’’
प्राचार्य डॉ. सत्यजीत होता ने कहा कि ’’मेरा विद्यार्थियों से अपील है कि अपनी क्षमता को कभी कम न आंके, अगर ऐसा हो गया तो विस्तार रूक जाएगा तथा संभावनाएं अवरूद्ध हो जाएगा। जिसके लिए पूर्ण आत्मविश्वास बहुत जरूरी है। प्राचीनकाल से भारत विश्व गुरू रहा है। भारत के विश्व स्तरीय संस्थान – नालन्दा, तथा तक्षशिला के प्रतिभावान सुयोग्य विद्यार्थी पूरे विश्व में अपनी विद्वता का लोहा मनवाते थे। आज हमे जरूरत है कि दूसरों की कमियों और कमजोरियों पर ध्यान न देकर उनमें निहित गुण का अनुसरण करते हुए अपने लक्ष्य की ओर निरंतर आगे बढ़ते रहे। आप सौभाग्यशाली है कि किसी जानकारी या समस्या के समाधान हेतु घण्टों इंतजार नहीं करना पड़ता। अतः गुरूजनों एवं माता पिता की सहायता से अपने सुनहरे सपनों को साकार कर सकते है। प्राचार्य डॉ सत्यजित होता ने अपने भाषण के शब्दो का अंत समर्थ ताम्रकर के पथ का अनुसरण करने के लिए छत्रों को प्रेरित किया।’’
एक्सल एडुकेशन इंस्टीट्यूट द्वारा वाणिज्य संकाय के शिक्षक  के. के. मोहंती , के. ठाकुर ,  रवि शेखर, श्रीमति सुजाता पांडा, श्रीमति निशु नेमा, को सम्मानित किया गया।
इसके पूर्व माँ सरस्वती की प्रतिमा में माल्यार्पण तथा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया ततपश्चात लिटिल चैम्प गुरूसेवक सिंह ने उपस्थित सभी को देश भक्ति एवं मानवता हेतु सपथ दिलवाया। विद्यालय के बालिकाओं ने माँ दुर्गा के मंत्रों का सुमधुर पाठ किया। प्रथमेश पाण्डेय ने माँ दुर्गा की उत्पत्ति से संबंधित कहानी एवं श्लोक का वाचन किया। पूर्वी सोनी के द्वारा माँ दुर्गा के भक्ति एवं शक्ति पर आधारित गीत विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा।
मंच संचालन जीया सलुजा एवं आरजू सरन ने किया तथा आभार प्रदर्शन  के. ठाकुर ने किया। साथ ही वाणिज्य संकाय के शिक्षक  के.के. मोहंती, शिक्षिका श्रीमति सुजाता पंडा, श्रीमति नीशु नेमा ने विद्यार्थियों के उच्चतर भविष्य हेतु शुभकामना प्रेषित किए।
उक्त सेमिनार में स्कूल डायरेक्टर  पुष्कल अरोरा, स्कूल प्रशासक  सुनील शर्मा , शिक्षक – शिक्षिकाएँ, विद्यार्थीगण उपस्थित थे।

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